वाराणसी
मानसिक अस्पताल की पुस्तकालय में मरीज पढ़ सकेंगे श्रीमद्भगवद्गीता और रामायण

वाराणसी। जिले के पांडेयपुर स्थित मानसिक अस्पताल में मरीजों के मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने की दिशा में एक नई पहल की गई है। यहां मरीजों के लिए एक लाइब्रेरी खोली गई है जिसमें श्रीमद्भगवद्गीता, रामायण और अन्य प्रेरणादायक एवं आध्यात्मिक पुस्तकें उपलब्ध कराई गई हैं। स्वास्थ्यकर्मी इन पुस्तकों को पढ़ने में मरीजों की सहायता करेंगे।
इस पहल के साथ वाराणसी उत्तर प्रदेश का पहला ऐसा जिला बन गया है जो मानसिक रोगियों के लिए इस तरह की सुविधा प्रदान कर रहा है। मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए हर साल 10 अक्तूबर को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है और इस नई पहल का उद्देश्य मरीजों को मानसिक रूप से सशक्त बनाना है। वर्तमान में इस अस्पताल में 268 मरीजों का इलाज हो रहा है, जिनमें लगभग 100 महिलाएं और 20-40 वर्ष के बीच की आयु के 20 युवा शामिल हैं।
मरीजों के बेहतर मानसिक स्वास्थ्य के लिए अस्पताल में पहले से ही भजन-कीर्तन, खेलकूद और व्यायाम जैसी गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। अब इन प्रयासों के साथ-साथ एक लाइब्रेरी की शुरुआत की गई है जो फिलहाल महिला वार्ड में शुरू हो चुकी है और जल्द ही पुरुष वार्ड में भी यह सुविधा उपलब्ध होगी।
काउंसिलिंग सेंटर में ले सकेंगे ऑनलाइन परामर्श –
मानसिक अस्पताल में स्पेशल काउंसिलिंग सेंटर भी खुलवाया गया है। इसका औपचारिक शुभारंभ बृहस्पतिवार से हो जाएगा। अस्पताल के निदेशक डॉ. एके राय का कहना है कि इसमें ऐसे किशोर, युवाओं और अन्य मरीजों की काउंसिलिंग की सुविधा है जो प्रतियोगी परीक्षाओं, रोजगार आदि में असफल होने के बाद डिप्रेशन में चले जाते हैं।