गाजीपुर
महामंडलेश्वर भवानी नंदन महाराज ने की 2026 से गुरुकुल संचालन की घोषणा

हथियाराम मठ में फिर बहेगी शिक्षा, संस्कार और संस्कृति की त्रिवेणी
गाजीपुर। जनपद के जखनिया सिद्ध पीठ, हथियाराम मठ के पावन प्रांगण में एक ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए महामंडलेश्वर भवानी नंदन महाराज जी ने घोषणा की कि कोरोना काल में बंद हुआ गुरुकुल विद्यालय आगामी 1 जुलाई 2026 से पुनः संचालित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि महामारी के कारण गुरुकुल की समस्त व्यवस्थाएं जैसे भोजन बनाने वाले, साफ-सफाई करने वाले, शिक्षण कार्य करने वाले शिक्षक आदि बिखर गये थे, जिससे गुरुकुल का संचालन अस्थायी रूप से बंद करना पड़ा।
महाराज जी ने स्पष्ट किया कि इतने बड़े आध्यात्मिक परिसर में गुरुकुल जैसी संस्था का संचालन अत्यंत आवश्यक है, जिससे भारतीय संस्कृति और संस्कारों की शिक्षा आने वाली पीढ़ी को मिल सके। इसी उद्देश्य से उन्होंने यह संकल्प लिया है कि व्यवस्थित भवनों का निर्माण कर, योग्य और युगानुकूल शिक्षकों की नियुक्ति करके, 100 विद्यार्थियों के लिए शिक्षा व्यवस्था का शुभारंभ किया जाएगा।
इस घोषणा के क्रम में पहले से ही संस्था में अध्ययनरत एक बच्चे को प्रोत्साहित करते हुए सम्मानित किया गया और उसे अन्य गुरुकुल में नामांकित कराने के लिए भेजा गया। उस बच्चे की माता भी साथ आई थीं, जिन्होंने महाराज जी की बातों में गहरा विश्वास और भावुकता प्रकट की।
समापन पर महाराज जी ने उपस्थित शिक्षकों एवं भक्तों को प्रसाद व आशीर्वाद प्रदान किया और दृढ़ स्वर में कहा, “आज से यह संकल्प लेता हूं कि गुरुकुल को फिर से चलाकर रहूंगा।”
इस दौरान एक संस्कृत के सहायक अध्यापक, जो वर्तमान में बिहार में कार्यरत हैं, भी मंच पर आमंत्रित किए गए। महाराज जी ने उनसे कुछ संस्कृत के प्रश्न और श्लोक पूछे, लेकिन वे उत्तर नहीं दे सके। इसके पश्चात गुरुजी ने उन्हें अध्ययन की सलाह दी और एक-दो श्लोकों पर स्वयं व्याख्यान प्रस्तुत किया, जिसे उपस्थित भक्तों ने सराहा। यह आयोजन सभी के लिए प्रेरणादायक रहा और भारतीय शिक्षा परंपरा के नव-निर्माण की दिशा में एक सशक्त कदम के रूप में देखा जा रहा है।