मिर्ज़ापुर
मंडलीय चिकित्सालय में अस्पताल का कमरा बना दवा गोदाम, प्रशासन मौन

मिर्जापुर। मंडलीय चिकित्सालय में एक निजी दवा दुकान के संचालक की मनमानी दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है, जबकि चिकित्सालय प्रशासन पूरी तरह से मूकदर्शक बना हुआ है। ऐसा प्रतीत हो रहा है कि अस्पताल की व्यवस्था अब निजी दुकानदारों के इशारों पर चल रही है और डॉक्टर भी इनकी इच्छानुसार ही कार्य कर रहे हैं। यह स्थिति अस्पताल में व्याप्त भ्रष्टाचार की गंभीर तस्वीर पेश करती है।
बताया जा रहा है कि उक्त दवा संचालक डॉक्टरों के लिए चाय-नाश्ते सहित तमाम सुविधाएं उपलब्ध कराता है, जिसके बदले में उसे अस्पताल परिसर में मनमानी करने की छूट मिली हुई है।
ताजा मामला अस्पताल परिसर से सटे एक कमरे का है, जिसे गैरकानूनी तरीके से दवा का गोदाम बना दिया गया है। यह स्पष्ट संकेत है कि अस्पताल में उच्चाधिकारियों से लेकर डॉक्टर तक निजी लाभ के लिए नियमों को ताक पर रखे हुए हैं और शासन के निर्देशों की खुलकर अवहेलना कर रहे हैं।