मिर्ज़ापुर
फर्जी दस्तावेज के सहारे जमीन का बैनामा, असली-नकली ‘प्रेमा देवी’ की गुत्थी सुलझाना चुनौती

मिर्जापुर। मिर्जापुर जनपद के कछवा थाना क्षेत्र के मितई गांव में जमीन विवाद का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां फर्जी दस्तावेज के आधार पर एक महिला ने खुद को मृत प्रेमा देवी बताकर जमीन का बैनामा कर दिया। पीड़ित पिंकेश पाण्डेय ने इस पूरे मामले को लेकर जिलाधिकारी, एसएसपी और एसडीएम को प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है।
पिंकेश पाण्डेय का कहना है कि उनके चाचा जटाशंकर ने अपनी जमीन उनके नाम वसीयत की थी। चाचा की पहली पत्नी प्रेमा देवी से उनका तलाक करीब 40 साल पहले हो गया था और अब उनका निधन भी हो चुका है। इसके बावजूद, प्रभा देवी नामक महिला ने फर्जी आधार कार्ड तैयार कर खुद को प्रेमा देवी बताते हुए उक्त जमीन का किसी अन्य व्यक्ति के नाम बैनामा कर दिया।
पिंकेश पाण्डेय के साथ आए कैलाश तिवारी, जिन्हें उन्होंने जमीन का अग्रीमेंट दिया है, ने बताया कि प्रेमा देवी की मृत्यु उनके सामने हुई थी और तलाक की बात भी सत्य है। उन्होंने आरोप लगाया कि अब एक नई महिला ‘प्रेमा देवी’ बनकर सामने आई है, जिसकी जांच होनी चाहिए कि आखिर सच्चाई क्या है—असली प्रेमा देवी कौन है और प्रभा देवी का क्या रोल है?
इस फर्जीवाड़े के कारण पिंकेश की वसीयत की जमीन पर दूसरे लोगों द्वारा कब्जा कर लिया गया है। पिंकेश का आरोप है कि जमीन पर कब्जा करने वाले लोग उन्हें धमकी भी दे रहे हैं और खेत में जुताई-बुवाई तक शुरू करा दी गई है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए और फर्जी दस्तावेजों से बैनामा कराने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।
पिंकेश पाण्डेय लगातार अधिकारियों के चक्कर लगा रहे हैं लेकिन अभी तक उन्हें किसी भी स्तर पर राहत नहीं मिल पाई है। मामला जमीन पर असली हकदार की पहचान और दस्तावेजों की वैधता को लेकर पेचीदा होता जा रहा है।