चन्दौली
फर्जी कंपनियों से सफाईकर्मी बने करोड़पति, टैक्स विभाग ने भेजा करोड़ों का नोटिस

डीडीयू नगर। भारतीय रेलवे में सीबीआई की दखल और प्रमोशन के नाम पर लेन-देन का मामला अभी ठंडा भी नहीं पड़ा था कि अब एक नया मामला सामने आया है। इस बार सफाई कर्मियों के नाम पर फर्जी फॉर्म भरकर करोड़ों रुपये की टैक्स चोरी का खुलासा हुआ है। मामला तब प्रकाश में आया जब डीडीयू रेल मंडल के गया रेलवे स्टेशन पर आउटसोर्सिंग के तहत कार्यरत सफाईकर्मियों को आयकर विभाग की ओर से करोड़ों रुपये के टैक्स बकाया का नोटिस थमा दिया गया।
गया स्टेशन पर आउटसोर्सिंग के माध्यम से लगभग 130 महिला और पुरुष सफाईकर्मी कार्यरत हैं। हाल ही में दो सफाईकर्मियों छोटू राम और उमेश दास को आयकर विभाग की ओर से टैक्स चोरी के नोटिस प्राप्त हुए। नोटिस के अनुसार, दोनों के नाम पर क्रमशः 13-13 करोड़ रुपये का टैक्स बकाया बताया गया है।
नोटिस मिलते ही दोनों सफाईकर्मियों के होश उड़ गए। प्रारंभिक जांच में पता चला कि सफाईकर्मियों के नाम पर वर्ष 2023-24 में फर्जी कंपनियाँ बनाई गईं और उनके जरिए करोड़ों रुपये का लेन-देन दिखाया गया।
मामला यहीं नहीं रुका। छोटू राम, पिता चंदूराम, निवासी तेलविधा मुरलीहिल, थाना कोतवाली, जिला गया, के नाम से झारखंड के धनबाद थाना में IPC की धारा 409, 420, 465, 471(B) और 132(A) के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। छोटू राम को धनबाद थाना द्वारा नोटिस भेजकर 7 जून को उपस्थित होने के लिए कहा गया है।
इस पूरे घटनाक्रम से सफाईकर्मियों में भारी आक्रोश है। शुक्रवार को गया रेलवे स्टेशन पर सफाईकर्मियों ने प्रदर्शन किया और मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की।
वहीं दूसरी ओर, रेलवे प्रशासन का कोई भी अधिकारी इस पूरे प्रकरण पर बोलने को तैयार नहीं है। फिलहाल सफाईकर्मी खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं और इस बात से हैरान हैं कि उनके नाम पर इतनी बड़ी वित्तीय गड़बड़ी कैसे हो गई।