मिर्ज़ापुर
प्रार्थना बनाम मेडिटेशन: पूनम दीदी ने समझाया आध्यात्मिक रहस्य

मिर्जापुर। जनपद के GIC मैदान में आयोजित अलविदा तनाव कार्यक्रम में मेडिटेशन के माध्यम से जीवन की समस्याओं के समाधान पर चर्चा हुई। पूनम दीदी जी ने प्रार्थना और मेडिटेशन के बीच के अंतर को स्पष्ट करते हुए बताया कि प्रार्थना एकतरफा संवाद होता है, जबकि मेडिटेशन में दोतरफा संवाद होता है, जिसमें हम भगवान से जुड़ते हैं और उनका मार्गदर्शन प्राप्त करते हैं।
उन्होंने समझाया कि दुनिया में विभिन्न प्रकार के मेडिटेशन प्रचलित हैं, लेकिन ब्रह्मा कुमारी संस्था में सिखाया जाने वाला राजयोग मेडिटेशन हमें सीधे परमात्मा से जोड़ता है। इस प्रक्रिया में पहले आत्म-चिंतन किया जाता है, फिर धीरे-धीरे परमात्मा का अनुभव होता है। इस दिव्य अनुभव के माध्यम से ज्ञान, शांति, प्रेम, आनंद, सुख, शक्ति और पवित्रता के गुण प्राप्त होते हैं, जिससे मस्तिष्क में सकारात्मक हार्मोंस उत्पन्न होते हैं। ये हार्मोंस पूरे शरीर में फैलकर विभिन्न तंत्रों को स्वस्थ कर देते हैं।
कार्यक्रम में उपस्थित जनसमूह को मेडिटेशन की सुंदर अनुभूति कराई गई, जिसमें सैकड़ों लोगों ने पिछले पांच दिनों में अपने जीवन में आए सकारात्मक बदलावों को साझा किया। सांस्कृतिक प्रस्तुतियों में कु. शताक्षी ने मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया, जबकि ब्र. कु. आरती ने भजन गाकर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन से हुआ, जिसमें पूनम दीदी और बिंदू दीदी के साथ होमगार्ड कमांडेंट विनोद सिंह, केबीपीजी कॉलेज के पूर्व प्राचार्य डॉ. राजीव अग्रवाल, सेवानिवृत्त प्रोफेसर डॉ. रेनू सिंह, राजयोगी ब्र. कु. दीपेंद्र, राजयोगी ब्र. कु. पंकज और राजयोगी ब्र. कु. प्रदीप उपस्थित रहे। हजारों की संख्या में श्रद्धालु इस कार्यक्रम का लाभ लेने के लिए उमड़े। कार्यक्रम का संचालन ब्र. कु. महिमा ने किया, जबकि सहयोग ब्र. कु. सूरज ने दिया।