गाजीपुर
पानी को तरस रहे ग्रामीण, पुरानी पानी टंकी बनी शोपीश

बहरियाबाद (गाजीपुर)। भीषण गर्मी में जब पारा चढ़ रहा है, ऐसे में बहरियाबाद के हजारों ग्रामीण पानी की एक-एक बूंद के लिए जूझ रहे हैं। बहरियाबाद तिराहे पर स्थित चार दशक पुरानी पानी टंकी अब पूरी तरह अनुपयोगी साबित हो चुकी है, जिससे जल संकट गहराता जा रहा है।
करीब 10,000 की आबादी वाली इस ग्रामसभा में जलापूर्ति की व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। बताया गया कि यह टंकी बाजार और आसपास के कई गांवों को पानी सप्लाई करने के लिए बनाई गई थी, लेकिन पिछले दो वर्षों से यह उपयोग में नहीं है। एक माह पूर्व जब इसकी मोटर जल गई थी, तब ग्रामीणों को उम्मीद जगी थी कि मरम्मत के बाद राहत मिलेगी। मोटर तो ठीक हो गई, लेकिन वह भी अब पूरी क्षमता से पानी नहीं खींच पा रही है। साथ ही, जलस्तर गिरने के कारण टंकी में पानी चढ़ ही नहीं पा रहा है।
जल निगम की लापरवाही भी इस संकट को बढ़ा रही है। ग्रामीणों का आरोप है कि सप्लाई में भारी अनियमितता बरती जा रही है। कर्मचारी समय पर पानी नहीं छोड़ते, जिससे लोग दिनभर इंतजार में बैठे रहते हैं। नई पानी टंकी की योजना के तहत अब तक चार बार बोरिंग की जा चुकी है, जिसमें चौथी बार सफलता मिली है। हालांकि, इस बोरिंग से जलापूर्ति शुरू होने में अभी वक्त लगेगा।
ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि जब तक नई टंकी से पानी नहीं मिलना शुरू होता, तब तक पुरानी टंकी से ही नियमित रूप से जलापूर्ति की जाए। महिलाओं का कहना है कि पानी के अभाव में घरों के दैनिक कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं और उन्हें दूर-दूर तक पानी के लिए भटकना पड़ रहा है।