अपराध
पहलगाम हमले में शामिल आतंकी हर रात बदल रहे हैं ठिकाना

श्रीनगर। पहलगाम आतंकी हमले को एक महीना बीत चुका है, लेकिन सुरक्षा एजेंसियों को अब तक हमलावर आतंकियों का कोई ठोस सुराग नहीं मिला है। जांच में जिन तीन आतंकियों के नाम सामने आए हैं आदिल, मूसा और अली उनमें से किसी की भी लोकेशन ट्रेस नहीं हो सकी है। तीनों पर 20-20 लाख रुपये का इनाम घोषित किया जा चुका है।
अब तक 3000 से अधिक लोगों से पूछताछ हो चुकी है, 113 संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है, फिर भी आतंकियों तक पहुंचना मुश्किल साबित हो रहा है। जांच एजेंसियों का मानना है कि इसके पीछे दो अहम कारण हैं।
पहला कारण यह है कि ये आतंकी महज दो या तीन ओवरग्राउंड वर्कर्स (OGWs) से संपर्क में हैं, जो उन्हें भोजन, कपड़े और अन्य जरूरतों की आपूर्ति कर रहे हैं। इससे उनका नेटवर्क बेहद सीमित हो गया है और ट्रेस करना मुश्किल होता जा रहा है।
दूसरा कारण यह है कि ये आतंकी जंगलों, पहाड़ी क्षेत्रों या गुफाओं में बने हाइडआउट में छिपे हुए हैं। जांच एजेंसियों का मानना है कि घरों में बने ठिकानों में छिपने से उनकी जानकारी लीक होने का खतरा रहता है, इसलिए वे घने इलाकों में रात के समय लोकेशन बदलते रहते हैं।
पूर्व डीजीपी एस.पी. वैद्य, रॉ के पूर्व प्रमुख ए.एस. दुलत और खुफिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, यह स्पष्ट होता जा रहा है कि हमलावरों ने किसी भी स्थानीय संपर्क से दूरी बना रखी है। वे केवल भरोसेमंद OGWs के माध्यम से ही संपर्क में हैं, जिससे उनका सुराग निकालना और कठिन हो गया है।
सूत्रों की मानें तो बायसरन घाटी में हमला करने वाले आतंकी बीते कई महीनों से आम लोगों से किसी भी प्रकार का संपर्क नहीं रख रहे हैं और इस रणनीति के कारण सुरक्षा एजेंसियों को पुख्ता जानकारी हासिल करने में कठिनाई हो रही है।