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वाराणसी

पलक झपकते ही सांपों को पकड़ लेते हैं ‘रतन कोबरा’

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नाग पंचमी पर विशेष –

वाराणसी (मिर्जामुराद) । नागपंचमी पर्व पर हिन्दू संप्रदाय के लोग भगवान शिव और नाग देवता को दूध-लावा चढ़ा कर विधि-विधान से पूजा अर्चन करते हैं। इधर वही सांप एक ऐसा जीव है जिसका नाम सुनकर और देखकर लोग भयभीत हो जाते है। यदि सांप किसी घरों में या आबादी वाले जगहों पर दिख जाए तो लोग उसे लाठी डंडे के प्रहार से मारने से चूकते नहीं। भारत में हर साल सांप के काटने से हजारों लोगों के मौत हो जाती है।

वाराणसी जिले के मिर्जामुराद (गौर) निवासी रतन गुप्ता एक ऐसा शख्स है जो सांपो से बिल्कुल नहीं डरता। अगर किसी जगह सांप निकल जाए और उसे पकड़ना हो तो सूचना मिलने पर पलक झपकते ही जहरीले से जहरीले सांपो को भी एक छड़ी के सहारे पकड़ लेता है।

रतन कोबरा वाराणसी ही नहीं पूर्वांचल में चर्चा का विषय बना हुआ है। रतन कोबरा लगभग 25 साल से सांपों को पकड़ते आ रहा है और लगभग 22,000 से ज्यादा सांपो को पकड़ उसे सुरक्षित जंगलों में छोड़ चुका है। रतन कोबरा के इस हैरतअंगेज कारनामें को देख पास-पड़ोस के लोग ही नहीं बल्कि वाराणसी व अन्य क्षेत्रीय जिले के लोगो में भी काफी लोकप्रिय हैं।

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फोन आने पर रतन जाते है सांपो का रेस्क्यू करने -सूचना मिलने पर ‘रतन कोबरा’ सांपो को रेस्क्यू करने के लिए वह तुरंत वहा पहुंच जाते है। सांप को पकड़ने के बाद फिर सुरक्षित एकांत जंगलों में ले जा कर छोड़ देते है। 22,000 से ज्यादा सांपों को पकड़ कर सुरक्षित जंगलों में छोड़ चुके हैं। रतन कहते है कि “अक्सर सांप को देख लोग लाठी डंडे से जान से मार देते हैं। ऐसा कभी नहीं करना चाहिए।

उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश के लगभग हर जिले में सर्प मित्र है और उनका नंबर भी उपलब्ध है। सांप दिखने पर सूचना अगर दें दे तो सांप का रेस्क्यू किया जा सकता है। क्योंकि सांप यदि धरती पर न रहे तो शायद खाने के लिए अनाज न मिले। खेतों में चूहा अक्सर धान और गेहूं को खा कर फसल नुकसान करते है और सांप उन्हीं चूहे को अपना भोजन बनाती है।

रतन कोबरा ने आगे बताया कि, उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल में चार प्रकार के सिर्फ जहरीले सांप पाए जाते है जिसमें से कॉमन करैत, कोबरा, रसेल वाइपर, पिट वाइपर को छोड़ दें तो अन्य और सांप जहरीले नहीं होते हैं।

सांपों से बचाव के लिए उन्होंने बताया कि यदि कभी जहरीला सांप काट ले तो तुरंत अस्पताल का सहारा लेना चाहिए। झाड़-फूंक कभी भी नहीं कराना चाहिए। अक्सर झाड़-फूंक के चक्कर में ज्यादातर लोग अपनी जान गंवा देते हैं। सांप अक्सर घर में रखे उपली, लकड़ी या जहां इक्कठ्ठा ज्यादा वस्तु रखा रहता है वहीं छुपते है और बरसात के समय ज्यादा निकलते है। रतन कोबरा के सांप पकड़ने का तरीका और इस नेक काम कि लोग काफी सराहना करते हैं।

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