चन्दौली
नियामताबाद की अंजलि कांत का नवोदय में चयन

चंदौली। जिले के नियामताबाद ब्लॉक अंतर्गत छेमिया ग्राम सभा की होनहार छात्रा अंजलि कांत ने शिक्षा के क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए नवोदय विद्यालय में अपना स्थान सुनिश्चित किया है। इस शानदार उपलब्धि से क्षेत्र में खुशी की लहर है, वहीं अंजलि के परिवार, शिक्षकों और विद्यालय में गर्व का माहौल है।
छात्रा अंजलि कांत एस एस आर पब्लिक स्कूल, छेमिया की छात्रा है। अंजलि की इस सफलता के पीछे उसकी कड़ी मेहनत, परिवार का सहयोग, और विद्यालय के शिक्षकों का समर्पणपूर्ण मार्गदर्शन है। अंजलि के पिता सुनील कांत ने हर्ष व्यक्त करते हुए बताया कि उनकी बेटी की शिक्षा की शुरुआत कैथापुर स्थित आर.के. पब्लिक स्कूल से हुई थी, जहाँ उसने कक्षा 6 तक अध्ययन किया। इसके बाद उसका दाखिला छेमिया के एस एस आर पब्लिक स्कूल में हुआ।
सुनील कांत ने बताया, “एस एस आर पब्लिक स्कूल में प्रवेश के बाद अंजलि की पढ़ाई में एक नया मोड़ आया। स्कूल की प्रिंसिपल अल्पना श्रीवास्तव, शिक्षक बंसराज और मंजीत ने मेरी बेटी की पढ़ाई में विशेष योगदान दिया। मैं इन सभी शिक्षकों के प्रति तहे दिल से आभार व्यक्त करता हूं।”
अंजलि कांत ने भी अपनी सफलता का श्रेय स्कूल और शिक्षकों को देते हुए कहा, “मैं रोज़ सुबह 5 बजे से 7 बजे तक नियमित रूप से पढ़ाई करती हूं। स्कूल में भी अगर कोई पीरियड खाली रहता है, तो मैं उस समय को भी पढ़ाई में लगाती हूं। शाम को कोचिंग के बाद भी अगर किसी टॉपिक में संदेह होता है, तो मैं अपने दोनों सर – बंसराज सर और मंजीत सर – से सहायता लेती हूं। इन्हीं सबके चलते मैं कक्षा 8 की परीक्षा प्रथम अंक से पास हुई हूं।”
अंजलि ने अपने स्कूल को “मंदिर” की उपमा देते हुए कहा कि यह विद्यालय उनके लिए एक प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने विद्यालय के प्रबंधक और पूर्व ग्राम प्रधान श्री गुड्डू यादव का भी विशेष रूप से धन्यवाद किया। अंजलि ने बताया, “गुड्डू यादव जी का मुझे हर कदम पर सहयोग मिला है। उन्होंने वादा किया है कि भविष्य में भी मुझे पढ़ाई के लिए हरसंभव सहायता देंगे क्योंकि मैं उनके क्षेत्र की बेटी हूं।”
अंजलि कांत का नवोदय विद्यालय में चयन न केवल उनके परिवार के लिए, बल्कि पूरे विद्यालय और क्षेत्र के लिए गौरव की बात है। यह सफलता न केवल अंजलि के उज्ज्वल भविष्य की ओर संकेत करती है, बल्कि क्षेत्र के अन्य छात्रों के लिए भी एक प्रेरणा बनकर उभरी है।