चन्दौली
निःसंतान दंपत्तियों के चेहरे की मुस्कान बना ‘इंदिरा आईवीएफ’

चंदौली। निःसंतान दंपतियों के लिए अब संतान सुख की आस पूरी करने के लिए कहीं दूर जाने की जरूरत नहीं है। चंदौली जनपद में ही अब आईवीएफ (इन विट्रो फर्टिलाइजेशन) की सुविधा उपलब्ध हो गई है, जिससे संतान सुख की चाह रखने वाले दंपति अपने सपनों को साकार कर सकेंगे। यह सुविधा अब जिला मुख्यालय स्थित नगर पंचायत के वार्ड नंबर 14, गांधी नगर में स्थित सैम हॉस्पिटल में उपलब्ध हो गई है। इस अस्पताल की स्थापना स्वर्गीय डॉ. बबुआ द्वारा की गई थी और अब यहां कम खर्च में टेस्ट ट्यूब बेबी तकनीक के माध्यम से निःसंतान दंपतियों को संतान प्राप्ति का अवसर मिल रहा है।
इस संबंध में इंदिरा आईवीएफ के पूर्वांचल हेड डॉ. आर.बी. सिंह ने एक पत्रकार वार्ता के दौरान बताया कि यह जनपद का इकलौता अस्पताल है, जहां आईवीएफ की अत्याधुनिक सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि इस सुविधा के माध्यम से न केवल चंदौली जनपद, बल्कि पड़ोसी राज्य बिहार के दंपति भी इसका लाभ उठा सकेंगे।
स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. अज्मे ज़हरा ने बताया कि कई महिलाएं किसी न किसी कारणवश संतान सुख से वंचित रह जाती हैं। ऐसे में उनके लिए इंदिरा आईवीएफ एक वरदान साबित हो सकता है। उन्होंने कहा कि अब तक यह सुविधा केवल बड़े महानगरों तक ही सीमित थी, लेकिन अब यह सुविधा चंदौली जैसे छोटे शहर में भी उपलब्ध है।
लीवर एवं पेट रोग विशेषज्ञ और सैम हॉस्पिटल के चेयरमैन डॉ. एस.जी. इमाम ने बताया कि सैम हॉस्पिटल में अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त सभी प्रकार की शल्य चिकित्सा (सर्जरी) की सुविधा उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि उनके पिताजी की सोच थी कि कम पैसे में लोगों का उचित इलाज किया जाए और उसी सोच को साकार करते हुए हम यहां आईवीएफ की सुविधा भी किफायती दरों पर उपलब्ध करा रहे हैं।
डॉ. इमाम ने कहा कि अन्य स्थानों पर आईवीएफ की प्रक्रिया में लाखों रुपये खर्च होते थे, लेकिन सैम हॉस्पिटल में यह सुविधा महज एक से डेढ़ लाख रुपये में उपलब्ध कराई जा रही है। यह सुविधा निःसंतान दंपतियों के लिए किसी वरदान से कम नहीं होगी।
इस मौके पर यूनिट हेड रिया शर्मा समेत अस्पताल के कई कर्मचारी उपस्थित रहे। इस नई सुविधा के शुभारंभ से चंदौली और आसपास के जिलों के निःसंतान दंपतियों के चेहरे पर मुस्कान लौटने की उम्मीद है।