पूर्वांचल
नगर पालिका परिषद मुहम्मदाबाद में भ्रष्टाचार के आरोप

सफाई कर्मी बना सफाई नायक, प्रक्रिया पर उठे सवाल
मुहम्मदाबाद (गाजीपुर)। नगर पालिका परिषद मुहम्मदाबाद में सफाई कर्मियों की पदोन्नति को लेकर बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के आरोप सामने आए हैं। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, एक सफाई कर्मी आलमगीर वारसी को बिना किसी औपचारिक प्रक्रिया के सफाई नायक के पद पर तैनात कर दिया गया है। इस कदम से नगर पालिका के कामकाज पर सवाल खड़े हो रहे हैं, वहीं अन्य सफाई कर्मियों में असंतोष बढ़ता जा रहा है।
आरोप है कि आलमगीर वारसी ने अधिशासी अधिकारी को मासिक कमीशन देकर यह पद प्राप्त किया है। बताया जा रहा है कि इस कथित सौदेबाजी के चलते वारसी को न केवल सुविधाजनक कार्य आवंटित किए जाते हैं, बल्कि वह अन्य कर्मियों पर अपना दबदबा भी कायम रखता है।
सफाई कर्मियों में नाराजगी, स्थानीय जनता में रोष
इस मामले को लेकर हिंदू सफाई कर्मियों में विशेष रूप से आक्रोश है। उनका कहना है कि बिना किसी पारदर्शी प्रक्रिया के इस तरह की नियुक्तियां न केवल अन्यायपूर्ण हैं, बल्कि इससे उनके मनोबल पर भी असर पड़ता है। कई सफाई कर्मियों ने इस मुद्दे की निष्पक्ष जांच की मांग की है और दोषी पाए जाने पर उचित कार्रवाई की अपील की है।
स्थानीय नागरिकों ने भी नगर पालिका परिषद की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि इस तरह की घटनाएं नगर पालिका की छवि को खराब करती हैं। “पदोन्नति के लिए कोई ठोस प्रक्रिया न होना और भ्रष्टाचार के आरोप प्रशासनिक विफलता का संकेत हैं,” एक स्थानीय नागरिक ने कहा।
जांच और जवाबदेही की मांग
इस मामले ने नगर पालिका के उच्चाधिकारियों को कटघरे में खड़ा कर दिया है। नागरिकों और सफाई कर्मियों का कहना है कि अगर आरोप सही साबित होते हैं, तो यह नगर पालिका प्रशासन के लिए गंभीर सुधार का समय होगा।
नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी और अन्य जिम्मेदार अधिकारियों से अब जवाबदेही की अपेक्षा की जा रही है। देखते हैं, क्या प्रशासन इस मुद्दे को लेकर निष्पक्ष जांच कर पाता है या यह मामला भी अन्य मामलों की तरह दबकर रह जाएगा।