वाराणसी
दशाश्वमेध घाट पर विमान हादसे के मृतकों को दी गयी श्रद्धांजलि

वाराणसी के विश्वप्रसिद्ध दशाश्वमेध घाट पर गुरुवार की शाम श्रद्धा और संवेदना का अद्वितीय दृश्य देखने को मिला, जब अहमदाबाद विमान हादसे के मृतकों की आत्मा की शांति के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने गंगा आरती में हिस्सा लिया। गंगा सेवा निधि द्वारा आयोजित इस विशेष आरती में 1100 दीप प्रज्वलित कर दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि दी गई।
गंगा तट पर मौजूद श्रद्धालुओं और पर्यटकों ने दो मिनट का मौन रखकर उन 241 यात्रियों को श्रद्धांजलि दी, जिन्होंने इस दर्दनाक हादसे में अपनी जान गंवाई। हादसे में दिवंगत गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी सहित सभी मृतकों को काशीवासियों ने सामूहिक रूप से नमन किया।
काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर स्थित नवग्रह मंडप में भी विशेष शांति पाठ का आयोजन किया गया, जहां वैदिक मंत्रोच्चार के साथ दीप प्रज्वलित कर दिवंगत आत्माओं की शांति और परिजनों को संबल प्रदान करने की कामना की गई।
जगद्गुरु शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती और जितेंद्रानंद सरस्वती सहित कई संतों ने हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया और इसकी उच्चस्तरीय जांच की मांग की।
वहीं, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कैंडल जलाकर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की और X (पूर्व ट्विटर) पर लिखा कि हमारी संवेदनाएं सभी पीड़ित परिवारों के साथ हैं। बाबा विश्वनाथ से सभी की सुरक्षा की प्रार्थना है।
वाराणसी ने एक बार फिर अपने आध्यात्मिक स्वरूप के साथ राष्ट्रीय संवेदना को जीवंत कर दिया, जहां गंगा की लहरों पर दीपों की रोशनी दिवंगत आत्माओं को अंतिम प्रणाम बनकर बह चली।