वाराणसी
जापान में भारतीय नृत्य शैली में डंका बजा रही नलिनी तोशनीवाल

कथक नृत्य में पारंगत,मानक चंद्र जोधपुरी से लिया प्रशिक्षण
वाराणसी। कथक नृत्य में पारंगत नलिनी तोशनीवाल इन दिनों जापान में भारतीय पारंपरिक नृत्य शैली का प्रसार कर रही हैं। फिलहाल वे वाराणसी के दो दिवसीय दौरे पर हैं। यहां उनका कार्यक्रम ट्रेड फैसिलिटेशन सेंटर में आयोजित होगा।
इसके अलावा वे अस्सी घाट पर होने वाले ‘सुबह ए बनारस’ कार्यक्रम में भी शामिल होंगी। 30 दिसंबर को मैदागिन (गोलघर) स्थित श्री गणेश शिशु सदन में वे बच्चों को नृत्य शैली से परिचित कराते हुए प्रशिक्षण देंगी।
शुक्रवार को मलदहिया के रेमंड शोरूम में मीडिया से बातचीत के दौरान नलिनी ने बताया कि वे कश्मीर मूल की हैं और उन्होंने अजमेर में अपनी शिक्षा पूरी की। पंडित दुर्गा लाल के गुरु भाई मानक चंद्र जोधपुरी से उन्होंने जयपुर घराने की कथक शैली में प्रशिक्षण लिया।
इसके बाद उन्होंने चंडीगढ़ विश्वविद्यालय से विशारद की उपाधि प्राप्त की। पिछले कुछ वर्षों से वे जापान में रहकर नृत्य कला सिखा रही हैं और अब तक तीन पीढ़ियों को प्रशिक्षित कर चुकी हैं। जापान में उनकी रुचिका इंडियन डांस एकेडमी है और वे वहां की काउंसलेट कल्चरल कमेटी की सदस्य भी हैं।
पांच साल बाद काशी लौटने पर उन्होंने शहर में हुए बदलावों की सराहना करते हुए इसे सांस्कृतिक राजधानी बताया। वे रेमंड शोरूम के अधिष्ठाता धवल प्रकाश अग्रवाल और उनकी मां मंजू अग्रवाल के आमंत्रण पर यहां आई हैं। इस अवसर पर धवल प्रकाश अग्रवाल और मंजू अग्रवाल ने नलिनी की नृत्य कला की प्रशंसा की।