वाराणसी
जानलेवा हमला के मामले में पूर्व सांसद धनंजय सिंह ने गैंगस्टर कोर्ट में दर्ज कराया अपना बयान, कहा इस घटना में विनीत सिंह का कोई योगदान नही
रिपोर्ट – प्रदीप कुमार
वाराणसी। जौनपुर के पूर्व सांसद धनंजय सिंह पर जानलेवा हमला के मामले में वादी धनंजय सिंह ने सोमवार को एमपी-एमएलए कोर्ट सियाराम चौरसिया की अदालत में अपना बयान दर्ज कराया। वादी पूर्व सांसद ने कहा इस घटना में विधान परिषद सदस्य विनीत सिंह का कोई योगदान नहीं है। बयान सुनने के बाद अदालत में बयान दर्ज होने के बाद सुनवाई के लिए अगली तिथि 30 मई मुकर्रर की गई। अदालत में एडीजीसी ज्योति शंकर त्रिपाठी व वादी पक्ष की ओर से अधिवक्ता संजय सिंह दाढ़ी, आशीष सिंह व अमित सिंह टाटा पक्ष रखा।
*जाने क्या हैं मामला*
बाहुबली धनंजय सिंह व पूर्व विधायक अभय सिंह की अदावत किसी से छिपी नहीं है। बनारस के कैंट थाना क्षेत्र के नदेसर स्थित टकसाल सिनेमा हाल के पास चार अक्टूबर 2002 को जौनपुर के पूर्व सांसद धनंजय सिंह पर जानलेवा हमला हुआ था इस हमले से सियासी जगह से लेकर पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया था। पूर्व सांसद धनंजय सिंह ने हमले का आरोप फैजाबाद के बाहुबली विधायक अभय सिंह, एमएलसी विनीत सिंह समेत अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ़ मुकदमा दर्ज कराया था जिसकी विवेचना करने के बाद पुलिस ने अदालत में आरोप पत्र प्रेषित किया है। पुलिस ने आरोप पत्र में पूर्व सांसद धनंजय सिंह पर हमला करने के आरोप में पूर्व एमएलसी विनीत सिंह, संदीप सिंह, संजय रघुवंशी, सत्येन्द्र सिंह बबलू, विनोद सिंह को आरोपी बनाया है। पुलिस के आरोपी बनाने के बाद ही यह सारे लोग अपना बयान दर्ज कराने कोर्ट पहुंचे थे।
*सैकड़ों समर्थकों के साथ पूर्व सांसद पहुंचे कचहरी*
धनंजय सिंह के बनारस आने की खबर जैसे ही समर्थकों को लगी, सभी ने उनका कचहरी स्थित स्वागत किया। फिर पूर्व सांसद को लेकर कचहरी में प्रवेश हुए। अपने बयान में धनंजय सिंह ने कहा पूर्व सांसद धनंजय सिंह ने अपने बयान में कहा श्याम नारायण सिंह उर्फ विनीत का कोई गैंग है अथवा नहीं मैं नहीं बता सकता। विनीत सिंह इस समय विधान परिषद सदस्य हैं। विनीत सिंह से हमारा परिचय छात्र जीवन से है। मुझे इस बात की जानकारी नहीं है कि विनीत सिंह अपराधिक मामलों में ये जेल में रहे हैं या नही।
यह कहना सही है कि मैं विनीत सिंह को घटना के पहले से जानता हूँ। यह कहना सही है कि जो मेरे ऊपर वाराणसी में घटना घटी थी। उसमें विनीत सिंह का कोई योगदान नहीं था।