वाराणसी
ग्रामीणों ने अधिकारियों पर लगाया मनमानी का आरोप, गांधीवादी तरीके से कर रहे आंदोलन

सड़क चौड़ीकरण, स्पोर्ट्स सिटी और टाउनशिप को लेकर विरोध तीसरे दिन भी जारी
वाराणसी। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम गंजारी और आस-पास के गांवों में प्रस्तावित सड़क चौड़ीकरण, स्पोर्ट्स सिटी और टाउनशिप परियोजना को लेकर ग्रामीणों का विरोध सोमवार को तीसरे दिन भी जारी रहा। गांव के एक आम बाग में हुए विरोध प्रदर्शन में बड़ी संख्या में ग्रामीण जुटे और शासन-प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाज़ी की।
यह आंदोलन पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि और पूर्वांचल किसान यूनियन के अध्यक्ष योगीराज सिंह पटेल के नेतृत्व में हो रहा है। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि भूमि अधिग्रहण में भारी मनमानी की जा रही है। उन्होंने बताया कि जहाँ सड़क की चौड़ाई 10 मीटर निर्धारित है, वहाँ 13, 24 और कहीं 30 मीटर तक जमीन ली जा रही है। इसके अलावा मापदंडों में भेदभाव कर कुछ इलाकों में सड़क ज़्यादा और कुछ में कम चौड़ी बनाई जा रही है।
“गाँव उजाड़े जा रहे, संवाद नहीं हो रहा” — प्रदर्शनकारियों का आरोप
ग्रामीणों का कहना है कि इस अधिग्रहण प्रक्रिया में पारदर्शिता पूरी तरह नदारद है। किसी भी अधिकारी या कर्मचारी ने अब तक ग्रामीणों से इस विषय पर खुलकर संवाद नहीं किया है। इससे लोगों में आक्रोश लगातार बढ़ता जा रहा है।
गांधीवादी ढंग से हो रहा आंदोलन, अब तक नहीं मिला ठोस आश्वासन
प्रदर्शन गांधीवादी और शांतिपूर्ण ढंग से चल रहा है, लेकिन प्रशासन की ओर से अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही समस्याओं का समाधान नहीं किया गया, तो आंदोलन को और व्यापक स्तर पर ले जाया जाएगा।
प्रदर्शनकारियों की प्रमुख मांगों में अधिग्रहण प्रक्रिया पारदर्शी और निष्पक्ष हो। सड़क चौड़ीकरण केवल निर्धारित 10 से 15 मीटर के दायरे में किया जाए। बिना पूर्व सहमति किसी भी प्रकार का अधिग्रहण न हो। ग्रामीणों की समस्याओं को सुना जाए और समाधान सुनिश्चित किया जाए।
प्रशासन ने लिया ज्ञापन, कार्यवाही का दिया आश्वासन
प्रदर्शन के दौरान राजातालाब के एसडीएम शांतून कुमार सिनसिनवार मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों को तहसील बुलाकर ज्ञापन प्राप्त किया। उन्होंने आश्वस्त किया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए जल्द कार्रवाई की जाएगी।
प्रदर्शन को विभिन्न संगठनों का समर्थन
प्रदर्शन की अध्यक्षता हरसोस ग्राम प्रधान ओमप्रकाश सिंह पटेल, जबकि संचालन राजकुमार गुप्ता ने किया। अपना दल (कमेरावादी) ने भी आंदोलन का समर्थन किया।
प्रदर्शन में प्रमुख रूप से योगीराज सिंह पटेल, राजकुमार गुप्ता, गगन प्रकाश यादव, दिलीप पटेल, राजेश पटेल, संजय पटेल, पारस नाथ, विनय कुमार, शशि कुमार, प्रदीप कुमार, लालजी, मनोज, वीरेंद्र सहित सैकड़ों ग्रामीण शामिल रहे।