गाजीपुर
खेत की रखवाली कर रहे युवक को दबंगों ने पीटा, पुलिस की सुस्ती पर उठा सवाल

सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेन्द्र राजभर ने घायल के घर पहुंचकर कहा — योगी राज में कानून नाम की कोई चीज नहीं, जल्द मिलेंगे उच्च अधिकारियों से
जखनियां (गाजीपुर)। उत्तर प्रदेश की बिगड़ती कानून-व्यवस्था पर एक और कलंक उस समय जुड़ गया जब खेत की रखवाली कर रहे 25 वर्षीय शिवम राजभर को दबंगों ने असलहा, लाठी, डंडे और रॉड से पीट-पीट कर अधमरा कर दिया। बर्बर हमले में शिवम का जबड़ा और दाहिनी आंख की हड्डी टूट गई, शरीर पर गंभीर चोटों के निशान हैं। लेकिन 25 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस अब तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर सकी है।
घटना भुड़कुड़ा कोतवाली क्षेत्र के सेमऊर गांव की है, जहाँ 24 मई की रात करीब 11:30 बजे शिवम राजभर अपने खेत में परवल की रखवाली कर रहा था। उसी दौरान अपराधी किस्म के दर्जनों दबंग असलहों और रॉड-लाठी से लैस होकर पहुंचे और शिवम पर जानलेवा हमला कर दिया। एक स्थानीय युवक के शोर मचाने पर हमलावर मौके से फरार हो गए।
गंभीर रूप से घायल शिवम को परिजनों ने बेहोशी की हालत में भुड़कुड़ा कोतवाली पहुँचाया। पुलिस ने मामूली धाराओं में केस दर्ज कर जखनिया सीएचसी होते हुए सदर अस्पताल और फिर ट्रॉमा सेंटर वाराणसी रेफर कर दिया। आज भी शिवम का इलाज वाराणसी ट्रॉमा सेंटर में जारी है।
घटना के विरोध में सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेन्द्र राजभर अपने समर्थकों के साथ पीड़ित के घर पहुंचे और परिवार को न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा, “योगी राज में कानून-व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं बची है। इतनी जघन्य घटना के बाद भी पुलिस ने पांच नामजद और छह अज्ञात आरोपियों पर केवल दिखावे के लिए केस दर्ज किया है, गिरफ्तारी शून्य है। यह सरकार की नाकामी का स्पष्ट उदाहरण है।”
शिवम की माँ नरमी देवी ने रोते हुए बताया कि “आज भी परिवार पर हमलावरों का खौफ है। वे खुलेआम धमकी दे रहे हैं, लेकिन पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है। जब हम थाने जाते हैं, तो सिर्फ टालमटोल होती है।”
मौके पर पहुंचे पार्टी पदाधिकारियों में गुल्लू राजभर, अरविंद राजभर, सूरज राजभर, रंजीत राजभर, राजेश राजभर, ओमप्रकाश राजभर सहित दर्जनों समर्थक शामिल थे। सभी ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी और कड़ी कार्रवाई की मांग की।
राष्ट्रीय अध्यक्ष महेन्द्र राजभर ने कहा कि वे इस मामले को लेकर जल्द ही उच्चाधिकारियों से मिलेंगे और न्याय की लड़ाई को सड़क से सदन तक ले जाएंगे।