वाराणसी
किसान दिवस पर 26 किसानों का हुआ सम्मान
वाराणसी। कृषि भवन, चांदपुर कलेक्ट्री फार्म में किसान दिवस का आयोजन भव्य रूप से किया गया। मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्य की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम में जिले के किसान और कृषि विभाग के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।
कार्यक्रम में कृषि, मत्स्य, उद्यान, पशुपालन, और भूमि संरक्षण जैसे विभिन्न विभागों ने किसानों को योजनाओं की जानकारी दी और अधिक से अधिक किसानों को इनसे जोड़ने का प्रयास किया। कृषि वैज्ञानिकों ने प्राकृतिक और जैविक खेती पर जोर देते हुए घनमृत और जीवामृत की विधि को समझाया।
योजनाओं की जानकारी:
खेत तालाब योजना: भूमि संरक्षण अधिकारी ने बताया कि इस योजना में 50% अनुदान दिया जा रहा है। इच्छुक किसान आवेदन कर सकते हैं।
फसल बीमा योजना: जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि रबी फसलों के लिए 31 दिसंबर 2024 तक बीमा कराया जा सकता है।
कृषि रक्षा उपाय: जैविक कीटनाशक ब्यूवेरिया वैसियाना और रसायनों पर 50%-75% अनुदान उपलब्ध है।
उद्यान विभाग योजनाएं: किसानों को फूलों और सब्जियों की खेती के लिए मुफ्त बीज और 90% अनुदान पर ड्रिप सिंचाई उपकरण दिए जा रहे हैं।
किसानों का हुआ सम्मान:
जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्य ने किसान दिवस के मौके पर 26 किसानों को सम्मानित किया। गेहूं उत्पादन में रमेश चंद्र, धान में रामचंदर, और सरसों में जितेंद्रनाथ पांडेय को प्रथम स्थान प्राप्त करने पर पुरस्कृत किया गया। मत्स्य पालन में पद्मा सिंह और अरुण कुमार सिंह, तथा खीरे की खेती में छविराज और टमाटर की खेती में लल्लन को भी सम्मानित किया गया।
पूनम मौर्य ने किसानों को चौधरी चरण सिंह के योगदान को याद दिलाते हुए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, प्राकृतिक खेती, और नैनो यूरिया के उपयोग पर बल दिया।
वैज्ञानिक सुझाव:
आलू में झुलसा रोग के लिए मैंकोजेब का उपयोग करें।
चने की फसल की सिंचाई फूल आने से पहले और मटर की फसल में फूल आने के बाद करें।
