वाराणसी
ओलंपियन ललित उपाध्याय ने इंटरनेशनल हॉकी को कहा अलविदा

वाराणसी। भारतीय हॉकी टीम के सीनियर मिडफील्डर और टोक्यो ओलंपिक 2020 के ब्रॉन्ज मेडल विजेता ललित उपाध्याय ने अंतरराष्ट्रीय हॉकी से संन्यास की घोषणा कर दी है। वाराणसी के शिवपुर निवासी और ओलंपिक तक का गौरवशाली सफर तय करने वाले ललित ने सोशल मीडिया पर भावुक पोस्ट लिखते हुए कहा कि देश का प्रतिनिधित्व करना उनके जीवन का सबसे बड़ा सम्मान रहा है।
ललित उपाध्याय ने अपने करियर की शुरुआत वाराणसी के स्थानीय मैदानों से की थी। करमपुर की टीम से अंतरमहाविद्यालयी मुकाबलों में प्रतिभा दिखाने के बाद वह राष्ट्रीय स्तर पर चयनित हुए। उन्होंने लगातार दो ओलंपिक (2016 और 2020) में भारत का प्रतिनिधित्व किया और देश को ऐतिहासिक कांस्य पदक दिलाने वाली टीम का हिस्सा बने।

संन्यास की घोषणा करते हुए ललित ने यह भी स्पष्ट किया कि वह घरेलू टूर्नामेंट और लीग मुकाबलों में खेलना जारी रखेंगे। पुलिस विभाग में डीएसपी के पद से सम्मानित किए गए ललित ने वाराणसी का नाम पूरे विश्व में रोशन किया।
उनके संन्यास के बाद खेल जगत और उनके प्रशंसकों ने उन्हें शुभकामनाएं दीं और कहा कि भारतीय हॉकी का एक चमकता सितारा विदाई ले रहा है। ललित की यह विदाई सिर्फ एक खिलाड़ी की नहीं, बल्कि एक युग की विदाई मानी जा रही है।