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एसपी देवरिया की चेतावनी – “फिल्मी गुंडों के फैन मत बनो”
युवाओं को नकारात्मक किरदारों से सावधान रहने की सलाह
देवरिया के एसपी संजीव सुमन ने एक कार्यक्रम में कहा कि फिल्मों में पुष्पा और रॉकी भाई (KGF) जैसे नकारात्मक किरदारों को हीरो की तरह दिखाया जा रहा है, जिससे युवा प्रभावित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर असली जिंदगी में ऐसे “हीरो” मिल जाएँ, तो पुलिस उन्हें लाठी से पीट-पीटकर ठीक कर देगी। ये जो केजीएफ वाले रॉकी भाई हैं या दूसरी फिल्मों के विलेन, जितने भी निगेटिव कैरेक्टर्स हैं, इन सबको मीडिया ने पॉजिटिव बना दिया है। सारे चोर-उचक्के आज हीरो बनकर घूम रहे हैं। आलम यह है कि अब सिनेमा में बड़े-बड़े हीरो निगेटिव रोल्स कर रहे हैं, क्योंकि उनको पता है कि आजकल के लड़के/लड़कियों को यही पसंद आ रहा है।

एसपी सुमन ने कहा कि लड़के-लड़कियाँ गुंडागर्दी वाले किरदारों को पसंद कर रहे हैं, जो गलत ट्रेंड है। फिल्मों में नकारात्मक रोल को पॉजिटिव बनाकर दिखाया जाता है, जिससे बच्चों पर गलत असर पड़ता है। पढ़ने-लिखने वाले बच्चों को भी शराब, सिगरेट और गुंडागर्दी करने वालों को हीरो की तरह दिखाया जा रहा है। उन्होंने युवाओं से ऐसे नकारात्मक प्रभावों से सावधान रहने की सलाह दी।

IPS संजीव सुमन का जन्म 30 नवंबर 1986 को बिहार के खगड़िया में हुआ। उन्होंने IIT रुड़की से कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई की। IIT के बाद उन्हें प्राइवेट सेक्टर में हाई पैकेज जॉब मिली, लेकिन उनका सपना UPSC था। कई प्रयासों के बाद वर्ष 2014 में वे IPS बने। उनकी पत्नी पूजा यादव भी IPS अधिकारी हैं। उनकी पोस्टिंग उत्तर प्रदेश के कई जिलों—बागपत, कानपुर, लखीमपुर खीरी, अलीगढ़ आदि—में रही है। अलीगढ़ में मॉब-लिंचिंग केस में सख़्त कार्रवाई के लिए वे चर्चा में आए। वे अपने अनुशासन के लिए जाने जाते हैं, जैसे शादी गाइडलाइन तोड़ने वाले सिपाहियों को 5 किमी दौड़ लगवाना।
वे “बाबा मणिनाथ ब्रह्म” की 56वीं जयंती समारोह में अतिथि के रूप में पहुँचे थे। वहीं उन्होंने युवाओं को नकारात्मक फिल्मों से दूर रहने और आध्यात्मिकता अपनाने की सलाह दी।
