वाराणसी
अधिवक्ता पर मुकदमा दर्ज होने से आक्रोशित वकीलों का प्रदर्शन

पुलिस कमिश्नर कार्यालय से डीएम ऑफिस तक गूंजे नारे
वाराणसी । सहकर्मी अधिवक्ता अरविंद वर्मा पर मुकदमा दर्ज होने और कलेक्ट्रेट स्थित डाकघर को यूपी कॉलेज स्थानांतरित किए जाने की सूचना से नाराज अधिवक्ताओं ने बुधवार को जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। सेंट्रल बार एसोसिएशन के नेतृत्व में अधिवक्ताओं ने कचहरी परिसर में जुलूस निकालते हुए पुलिस कमिश्नर कार्यालय पर प्रदर्शन किया और इसके बाद जिलाधिकारी कार्यालय जाकर विरोध जताया।
प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे सेंट्रल बार अध्यक्ष मंगलेश दूबे की अध्यक्षता में अधिवक्ताओं ने न्यायिक कार्य से विरत रहने का निर्णय लिया और पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल से मुलाकात कर अधिवक्ता अरविंद वर्मा के खिलाफ दर्ज मुकदमे को रद्द करने तथा पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की। पुलिस कमिश्नर ने अधिवक्ताओं को आश्वस्त किया कि इस प्रकरण की जांच के लिए विशेष जांच टीम (एसआईटी) गठित की जाएगी और यदि अधिवक्ता के खिलाफ आरोप गलत पाए जाते हैं, तो मुकदमा निरस्त कर दिया जाएगा।
गौरतलब है कि रविवार को सोयपुर क्षेत्र में एक भूमि विवाद की शिकायत लेकर अधिवक्ता अरविंद वर्मा जब लालपुर चौकी पहुंचे, तो वहां तैनात प्रभारी एसआई आदित्य सेन सिंह ने उनके साथ मारपीट की। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद चौकी प्रभारी को लाइनहाजिर कर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। किंतु इसके अगले ही दिन, मंगलवार को चौकी प्रभारी द्वारा अधिवक्ता के विरुद्ध भी सरकारी कार्य में बाधा सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज करा दिया गया।
बुधवार को इसी के विरोध में अधिवक्ता सड़कों पर उतर आए। पुलिस कमिश्नर कार्यालय के बाद अधिवक्ता जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने कलेक्ट्रेट परिसर स्थित डाकघर को यूपी कॉलेज स्थानांतरित किए जाने पर भी आपत्ति दर्ज कराई। जिलाधिकारी से वार्ता के दौरान अधिवक्ताओं ने मांगपत्र सौंपा और डाकघर को यथास्थान बनाए रखने की अपील की। जिलाधिकारी ने आश्वस्त किया कि डाकघर को कहीं और नहीं स्थानांतरित किया जाएगा और भविष्य में इसके विस्तार की योजना बनाई जाएगी।
प्रदर्शन में प्रमुख रूप से सेंट्रल बार अध्यक्ष मंगलेश दूबे, महामंत्री राजेश गुप्ता, अनुज यादव, डीएन यादव, विनोद शुक्ला, शशिकांत दूबे, रंजन मिश्रा, अनूप सिंह, आशीष सिंह, पंकज उपाध्याय, राहुल श्रीवास्तव, रोहित मौर्या, शाहनवाज खान, सत्यप्रकाश सुनील, सुधांशु मिश्रा, गौतम झा समेत बड़ी संख्या में अधिवक्तागण मौजूद रहे।