वाराणसी
“वक्फ संशोधन को लेकर विपक्ष में बढ़ा डर” : मनीष

वाराणसी। वक्फ सुधार जन जागरण अभियान के तहत गुलाब बाग, सिगरा स्थित भाजपा कार्यालय में एक कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित भाजपा प्रदेश कोषाध्यक्ष मनीष कपूर ने वक्फ संशोधन विधेयक 2025 के प्रमुख पहलुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि वक्फ संपत्तियों का मूल उद्देश्य गरीब मुसलमानों का कल्याण था, लेकिन कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने अल्पसंख्यकों को सिर्फ वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया।
मनीष कपूर ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष और ओवैसी जैसे नेताओं ने वक्फ संपत्तियों पर अवैध कब्जा किया है, जिससे वक्फ बोर्ड में भ्रष्टाचार चरम पर है। उन्होंने बताया कि वक्फ ट्रिब्यूनल में देशभर में मुसलमानों द्वारा वक्फ बोर्ड के खिलाफ 5000 से अधिक मुकदमे चल रहे हैं। 2006 की सच्चर कमेटी रिपोर्ट का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि 80% वक्फ संपत्तियां अतिक्रमण और भ्रष्टाचार की शिकार हैं।
उन्होंने कहा कि चेन्नई सहित कई जगहों पर मुस्लिम परिवारों की पुश्तैनी संपत्तियों को वक्फ घोषित कर दिया गया, जिससे गरीब मुस्लिम समुदाय को जबरन उनकी संपत्तियों से बेदखल किया गया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मस्जिदें जर्जर हो रही हैं जबकि वक्फ अधिकारी संपत्ति से मालामाल होते जा रहे हैं। केंद्रीय वक्फ परिषद की 2018 की रिपोर्ट के मुताबिक वक्फ बोर्डों में वित्तीय पारदर्शिता का पूरी तरह अभाव है।
कपूर ने कहा कि यूपीए सरकार द्वारा 2013 में वक्फ संशोधन अधिनियम के तहत वक्फ बोर्डों को असीमित अधिकार देकर संपत्तियों के अधिग्रहण की खुली छूट दे दी गई थी। वहीं, वक्फ संपत्ति विधेयक 2014 ने अतिक्रमणकारियों को भी संरक्षण प्रदान किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि अगर सुधार नहीं होता, तो गरीब मुसलमानों का शोषण बदस्तूर जारी रहता। इसी को ध्यान में रखते हुए वक्फ संशोधन अधिनियम 2025 लाया गया है।
वक्फ संशोधन अधिनियम 2025 की विशेषताओं का उल्लेख करते हुए उन्होंने बताया कि यह विधेयक वक्फ प्रबंधन में पारदर्शिता, जवाबदेही और धर्मनिरपेक्ष अधिकारों की रक्षा के लिए लाया गया है। अधिनियम के तहत वक्फ बोर्डों की मनमानी शक्तियां समाप्त की गई हैं और सरकारी संपत्तियों पर किए गए अवैध वक्फ दावों को निरस्त करने का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि इस कानून से पसमांदा और बोहरा समाज को भी लाभ पहुंचेगा और उनके लिए अलग वक्फ बोर्ड बनाने की व्यवस्था की गई है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता भाजपा महानगर अध्यक्ष प्रदीप अग्रहरि ने की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है कि देश और अल्पसंख्यक समाज एक साथ प्रगति करें। भाजपा समाज को बांटने की कोशिशों को कभी सफल नहीं होने देगी। उन्होंने महाकुंभ में मुस्लिम समुदाय के योगदान का उदाहरण देते हुए गंगा-जमुनी तहजीब की सराहना की।
कार्यक्रम संयोजक आत्मा विशेश्वर ने प्रस्तावना प्रस्तुत की, संचालन जगदीश त्रिपाठी ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन शकील अहमद ने दिया। इस अवसर पर महापौर अशोक कुमार तिवारी, वरिष्ठ भाजपा नेता प्रेम प्रकाश कपूर, नवीन कपूर, अशोक पटेल, नम्रता चौरसिया, चंद्रशेखर उपाध्याय, अभिषेक मिश्रा, मधुकर चित्रांश, आलोक श्रीवास्तव, इंजीनियर अशोक यादव, साधना वेदांती, एडवोकेट अशोक जाटव, डॉक्टर गीता शास्त्री, महानगर मीडिया प्रभारी किशोर सेठ, हाजी रहीम, अशोक पांडेय, विनोद गुप्ता, डॉक्टर हरि केसरी, बृजेश चौरसिया, डॉक्टर अनुपम गुप्ता, मधुप सिंह, डॉक्टर रचना अग्रवाल, दिलीप साहनी, किशन कनौजिया, शोभनाथ मौर्य, सीता घिमिरे, संजय गुजराती, संजय जायसवाल समेत सभी मंडल अध्यक्ष एवं मोर्चों के पदाधिकारी उपस्थित रहे।