मिर्ज़ापुर
मंडलीय अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार को लेकर आयुक्त का निर्देश

पत्रकारों के 12 सूत्रीय ज्ञापन पर तुरंत कार्रवाई, जनता से संवाद का आदेश
मिर्जापुर। विंध्याचल मंडल के आयुक्त डॉ. मुथुकुमार स्वामी बी ने सोमवार को मंडलीय अस्पताल की स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए ठोस कदम उठाने का निर्देश दिया। पत्रकारों के एक प्रतिनिधि मंडल ने 12 सूत्रीय ज्ञापन सौंपकर स्वास्थ्य सेवाओं में अनियमितताओं और मरीजों को हो रही समस्याओं को सामने रखा।
आयुक्त ने मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल को निर्देश दिया कि अस्पताल में डोनेट किए गए ब्लड का सही रिकॉर्ड रखा जाए और जनता के फोन कॉल्स का जवाब दिया जाए। उन्होंने कहा कि जनता से संवाद बनाए रखना स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए बेहद जरूरी है। पत्रकारों ने ज्ञापन में शिकायत की कि मंडलीय अस्पताल में रात्रिकालीन ड्यूटी पर डॉक्टर अक्सर अनुपस्थित रहते हैं या सोते पाए जाते हैं। उन्होंने डॉक्टरों की ड्यूटी और संपर्क नंबर को अस्पताल के बाहर प्रदर्शित करने की मांग की।
आयुष्मान कार्ड पर इलाज से इनकार
प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि कुछ डॉक्टर आयुष्मान कार्ड पर इलाज करने से इनकार करते हैं और मरीजों को विशेष दुकानों से महंगी दवा खरीदने के लिए मजबूर करते हैं। डॉक्टरों के कॉल रिकॉर्ड की जांच की मांग भी की गई।
प्राइवेट चिकित्सकों पर आरोप
प्राइवेट डॉक्टरों द्वारा मनमानी फीस वसूलने और मरीजों को बार-बार फीस देने के लिए बाध्य करने की शिकायतें भी की गईं। साथ ही इन डॉक्टरों की फीस निर्धारित करने और सीसीटीवी फुटेज की जांच की मांग की गई।
अन्य मांगें –
(1) अस्पताल में प्रतिदिन डॉक्टरों की सूची और संपर्क नंबर सार्वजनिक करना।
(2) जांच मशीनों की मरम्मत और बाहरी जांच से मरीजों को बचाना।
(3) जन्म प्रमाण पत्र सीधे संबंधित अस्पताल से जारी करने की व्यवस्था।
(4) स्वास्थ्य सेवाओं के लिए एक नोडल अधिकारी की नियुक्ति।
आयुक्त ने मंडलीय अस्पताल के प्रिंसिपल को निर्देश दिए कि डॉक्टर अपनी ड्यूटी पर उपस्थित रहें, चाहे मरीज हों या नहीं। उन्होंने कहा कि जनता की शिकायतें और पत्रकारों के सुझाव स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए अहम हैं।
ज्ञापन देने वालों में सलिल पांडेय, संतोष कुमार श्रीवास्तव, विश्वजीत दुबे, राजकुमार उपाध्याय, नितिन अवस्थी सहित कई पत्रकार उपस्थित रहे।