अपराध
कर्ज चुकाने के लिए अपने ही मालिक को लगाया 8 लाख का चूना, जानिए कैसे आया वाराणसी पुलिस के हाथ
वाराणसी। अपने ही फर्म के मालिक को 8 लाख रुपये का चूना लगाने वाले कंपनी के कम्प्यूटर ऑपरेटर को साइबर थाना सारनाथ ने गिरफ्तार किया है। फ्रीचार्ज एप्प के माध्यम से अकेला ट्रेडर्स के बैंक खाते से पैसा निकालने वाले खुशहाल नगर कालोनी नटनियादाई थाना शिवपुर निवासी आरोपी सौरव कुमार सिंह उर्फ राहुल को गिरफ्तार कर पुलिस ने 1 लाख 79 हजार रुपये नगद और मोबाइल-सिम बरामद किया है। आरोपी को पुलिस ने कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया।
नेटबैंकिंग ट्रांजेक्शन से मिला आरोपी का सुराग:
नई बस्ती पांडेयपुर निवासी चन्द्रमणि जायसवाल ने साइबर क्राइम थाने पर मुकदमा दर्ज करवाया की उनके फर्म अकेला ट्रेडर्स के बैंक खाते से 7 लाख 90 हजार 450 रूपये साइबर अपराधियों ने गायब कर दिया है। पुलिस ने जब जांच शुरु की और बैंक से संपर्क कर ट्रांजेक्शन विवरण प्राप्त किया तो सभी ट्रांजेक्शन नेटबैंकिंग के माध्यम से हुए थे। पुलिस को तत्काल फर्म के किसी शख्स के शामिल होने पर शक हुआ। जिसके बाद आरोपी सौरव को गिरफ्तार कियाकर लिया गया।
इण्टर तक की पढ़ाई, कम्प्यूटर की अच्छी जानकारी:
इण्टर तक की पढ़ाई करने के बाद आरोपी सौरव कुमार सिंह जिसे कि कम्प्यूटर की अच्छी जानकारी है, ने दिसम्बर 2020 से बाबतपुर स्थित अकेला ट्रेडर्स फर्म में काम करना शुरु किया था। आरोपी का काम गाड़ियों के फिटनेस फीस, इन्श्योरेन्स फीस, रजिस्ट्रेशन फीस, परमिट फीस कम्प्यूटर से आनलाइन जमा करने का था। वह कंपनी का कैशियर भी था। उसके पास फर्म के खाते के सभी दस्तावेज और आईडी-पासवर्ड भी थे।
कर्ज चुकाने के लिए निकाल रहा था फर्म से पैसे:
आरोपी ने बताया कि कर्ज ज्यादा होने के कारण पैसे के लालच मे आकर फर्म के आईडी-पासवर्ड एवं एसबीआई बैंक के खाता का दुरूपयोग करते हुए बिना मालिक के बताये अपने मोबाइल में फ्री चार्ज एप्प डाउनलोड कर फर्म के खाते को उस एप्प से एड कर फर्म के खाते से धीरे धीरे अपने खाते और वालेट में पैसे ट्रांसफर कर लिए। उस पैसे को अपने परिचितों के खाते और वालेट में ट्रान्सफर कर उनसे नगद ले लेता था। पुलिस को आरोपी ने बताया कि मैने आनलाइन गेम खेलने, खाने-पीने और कर्ज चुकाने में खर्च कर दी है। मैने कुल लगभग आठ लाख रुपया अकेला ट्रेडर्स फर्म के खाते से निकाला है। गिरफ्तार करने वालों में प्रभारी निरीक्षक राहुल शुक्ल, दरोगा सुनील कुमार यादव, हेड कांस्टेबल श्याम लाल गुप्ता, हेड कांस्टेबल आलोक कुमार सिंह, हेड कांस्टेबल प्रभात कुमार द्विवेदी, कांस्टेबल गोपाल चौहान शामिल रहे।