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वाराणसी में चल रहा अवैध ढंग से बीसी और सूदखोरी का धंधा, प्रशासन बन रहा अनजान

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वाराणसी। एक ओर जहां केंद्र-प्रदेश सरकार आर्थिक ढंग से काला धन, जमाखोरी को तमाम तरीके से कड़े प्रहार कर इन पर अंकुश लगाने का कार्य कर रही है, वहीं नगर एवं समीपवर्ती थाना क्षेत्र में अवैध ढंग से बीसी एवं सूदखोरी चलाने वालों का पौ बारह है। इन पर किसी प्रकार की कोई कड़ाई बरतने की जानकारी वर्तमान में नहीं आई है।

जानकार सूत्रों ने जयदेश न्यूज़ टीम को बताया कि बीसी चलाने वालों का एक दल विशेषकर चेतगंज, तेलियाना, चौक, जैतपुरा थाना क्षेत्र में अधिक है। बीसी चलाने वाले विशेष रूप से मध्यम श्रेणी के व्यापारियों से धन लाभ का प्रलोभन देकर बीसी मेंबर बनाते हैं और महीने में कई-कई करोड़ का धंधा करते हैं। इसके साथ ही ये लोग बीसी संचालन के नाम पर अवैध सूदखोरी का कार्य बड़े पैमाने पर करते हैं। ना तो इनके पास सरकार के द्वारा दिया गया परमिशन होता है और ना ही किसी प्रकार पंजीकरण होता है।

इस दौरान एक निश्चित समय पर बीसी खुलने पर बीसी मेंबरों को धन उपलब्ध कराकर सूदखोरी का कार्य करते हैं। यदि किसी मेंबर की माली हालत ख़राब हो जाए तो ये बीसी संचालक उसे विभिन्न प्रकार से परेशान कर उनका मानसिक उत्पीड़न करते हैं। पूर्व में भी इस तरह से बीसी संचालक अथवा सूतखोरों के कार्य प्रणाली से अजीज आकर ख़ुदकुशी तक कर चुके हैं। यह एक बेहद ही घिनौना काम शहर में बड़े पैमाने पर किया जा रहा है।

सूत्रों ने बताया कि सरकार डिजिटल पेमेंट समेत अधिक लेनदेन पर अंकुश लगाने एवं संस्थाओ को पंजीकरण कराने का दबाव डाल रही है तो बिना पंजीकरण कराए अथवा प्रशासन को समुचित जानकारी दिए बगैर बीसी एवं सूदखोरी का कार्य करने वालों का धंधा कैसे फल-फूल रहा है। यह गौरतलब है कि नगर के कई थाना प्रभारियों से इस विषय पर पूछा गया तो वह अनभिज्ञता जाहिर की। वहीं भुक्तभोगियों एवं व्यापारियों ने प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि इस पर कड़े ढंग से अंकुश लगाया जाए।

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