नगर परिक्रमा
वाराणसी में जगह-जगह मनाई गई गांधी जयंती, कमिश्नर ने गांधी-शास्त्री के चित्रों का किया अनावरण
वाराणसी। गांधी जयंती पर्व जनपद में धूमधाम एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। सरकारी, गैर सरकारी संस्थाओं, शिक्षण संस्थाओं आदि में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं माटी के लाल पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के चित्रों का अनावरण एवं माल्यार्पण हुआ। बापू जी के प्रिय भजन रामधुन का गायन, स्वच्छता विषयक कार्यक्रम आयोजित हुए। कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने आयुक्त सभागार में महात्मा गांधी एवं लाल बहादुर शास्त्री के चित्र का अनावरण कर माल्यार्पण किया।
कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने सभी को गांधी जयंती की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि उक्त दोनों महापुरुषों के आदर्शों से सीख लेकर हम सभी अपने जीवन शैली को सरल एवं मृदुभाषी बनाएं। स्वच्छता में विशेष योगदान दें। अपने घर, मोहल्लों, ऑफिस व आसपास क्षेत्र में स्वच्छता का वातावरण बनाएं। तीसरा अपने दायित्वों का निर्वहन अच्छे से करें। दोनों महापुरुषों के कृतित्व व व्यक्तित्व यह संदेश देते हैं कि शारीरिक कद काठी से मानसिक प्रबल नैतिक इच्छाशक्ति ज्यादा प्रभावी होती है। अहिंसा के रास्ते मास मोबलाइजेशन, रंगभेद के खिलाफ आवाज उठाना वह भी बड़ी ताकतों के विरुद्ध, यह दृढ़ इच्छाशक्ति से हुआ। इन्ही सबसे गांधीजी राष्ट्रपिता, महात्मा, बापू हुए। विदेगों के चिंतक, फिलॉसफर गांधी जी को अपने विचारों में जोड़ते हैं।
उन्होंने कहा कि शास्त्री जी ने उस समय देश में खाद्यान्न की दिक्कत एवं विदेशी आक्रमकता के खतरे के दृष्टिगत ‘जय जवान जय किसान’ का दूरदर्शी नारा देकर जनमानस को प्रोत्साहित किया था। कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने दोनों महानुभावो के जीवन के कई पहलुओं का उल्लेख करते हुए दृढ़ इच्छाशक्ति से नैतिकता के साथ अपने को सबल बनाने पर जोर दिया।
इस अवसर पर डीडी सूचना एसके दुबे, एनआईसी के अविनाश शर्मा सहित कमिश्नरी के विभिन्न पटलों के कार्मिकों ने गांधी जी एवं शास्त्री जी के चित्रों पर पुष्प अर्पित किए। कार्यक्रम का संचालन एके सिंह ने किया, कर्मचारी विनोद ने विचार व्यक्त किए।