मिर्ज़ापुर
DIOS पर वेतन रोकने का आरोप, शिक्षकों ने किया कार्यालय घेराव

मिर्जापुर। आदर्श इंटर कॉलेज विसुंदरपुर के शिक्षक और कर्मचारियों ने जुलाई माह का वेतन न मिलने पर जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय का घेराव किया। विरोध की भनक लगते ही निरीक्षक कार्यालय से निकल गए। आक्रोशित शिक्षकों ने चेतावनी दी कि यदि वेतन का भुगतान शीघ्र नहीं हुआ तो एक सितंबर से कार्यालय पर क्रमिक अनशन शुरू किया जाएगा।
विद्यालय में पूर्व प्रभारी प्रधानाचार्य को लेकर लंबे समय से विवाद चला आ रहा है। इस माह उनके वेतन को लेकर प्रबंधक और जिला विद्यालय निरीक्षक के बीच मतभेद बने हुए हैं। शिक्षकों का कहना है कि इस विवाद से उनका कोई संबंध नहीं है, फिर भी वेतन भुगतान अटका हुआ है। उनका सवाल है कि सक्षम अधिकारी होने के बावजूद निरीक्षक निर्णय लेने से क्यों बच रहे हैं।
वेतन न मिलने से शिक्षकों की आर्थिक स्थिति बिगड़ रही है। अधिकांश ने बैंक से लोन ले रखा है और ईएमआई समय पर न जमा करने पर उन्हें भारी पेनाल्टी और ब्याज चुकाना पड़ रहा है। इस संबंध में उन्होंने जिलाधिकारी, संयुक्त शिक्षा निदेशक और अन्य उच्चाधिकारियों से भी शिकायत की है।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ ने आंदोलन को समर्थन देते हुए कहा कि कार्यालय की मनमानी अब और बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यदि वेतन का भुगतान नहीं हुआ तो संगठन भी शिक्षकों के साथ क्रमिक अनशन में शामिल होगा। घेराव में प्रधानाचार्य विनय कुमार त्रिपाठी सहित कई शिक्षक और कर्मचारी मौजूद रहे।
वमिर्जापुर। आदर्श इंटर कॉलेज विसुंदरपुर के शिक्षक और कर्मचारियों ने जुलाई माह का वेतन न मिलने पर जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय का घेराव किया। विरोध की भनक लगते ही निरीक्षक कार्यालय से निकल गए। आक्रोशित शिक्षकों ने चेतावनी दी कि यदि वेतन का भुगतान शीघ्र नहीं हुआ तो एक सितंबर से कार्यालय पर क्रमिक अनशन शुरू किया जाएगा।विद्यालय में पूर्व प्रभारी प्रधानाचार्य को लेकर लंबे समय से विवाद चला आ रहा है। इस माह उनके वेतन को लेकर प्रबंधक और जिला विद्यालय निरीक्षक के बीच मतभेद बने हुए हैं। शिक्षकों का कहना है कि इस विवाद से उनका कोई संबंध नहीं है, फिर भी वेतन भुगतान अटका हुआ है। उनका सवाल है कि सक्षम अधिकारी होने के बावजूद निरीक्षक निर्णय लेने से क्यों बच रहे हैं।वेतन न मिलने से शिक्षकों की आर्थिक स्थिति बिगड़ रही है। अधिकांश ने बैंक से लोन ले रखा है और ईएमआई समय पर न जमा करने पर उन्हें भारी पेनाल्टी और ब्याज चुकाना पड़ रहा है। इस संबंध में उन्होंने जिलाधिकारी, संयुक्त शिक्षा निदेशक और अन्य उच्चाधिकारियों से भी शिकायत की है।उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ ने आंदोलन को समर्थन देते हुए कहा कि कार्यालय की मनमानी अब और बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यदि वेतन का भुगतान नहीं हुआ तो संगठन भी शिक्षकों के साथ क्रमिक अनशन में शामिल होगा। घेराव में प्रधानाचार्य विनय कुमार त्रिपाठी सहित कई शिक्षक और कर्मचारी मौजूद रहे।