वाराणसी
प्रधानमंत्री ने काशी-तमिल संगमम 3.0 पर वाशिंगटन से भेजा संदेश

“गंगा-कावेरी का अटूट रिश्ता हजारों साल पुराना” : नरेंद्र मोदी
वाराणसी में आयोजित काशी-तमिल संगमम 3.0 को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाशिंगटन डीसी से एक विशेष संदेश भेजा है। उनके संदेश को केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने अपने एक्स अकाउंट पर साझा किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संदेश में खुशी जाहिर करते हुए कहा कि काशी में तीसरे काशी-तमिल संगम के आयोजन की जानकारी पाकर उन्हें बेहद हर्ष हुआ। उन्होंने इस कार्यक्रम को विशेष रूप से महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि महाकुंभ के दौरान इसका आयोजन इसे और भव्य बनाता है। पीएम मोदी ने गंगा और कावेरी के बीच तमिलनाडु और काशी के प्राचीन संबंधों को रेखांकित करते हुए कहा कि यह रिश्ता हजारों साल पुराना है और पहले दो संगमों के दौरान लोगों ने इसे दिल से महसूस किया है।
उन्होंने आगे कहा कि काशी-तमिल संगमम भारत की विविध सांस्कृतिक विरासत और एकता को दर्शाने वाला एक अनूठा प्रयास है। इस आयोजन से न केवल ऐतिहासिक संबंध प्रगाढ़ होंगे, बल्कि तमिल और काशीवासियों के बीच एक नया सेतु भी बनेगा। पीएम ने इस बात पर भी जोर दिया कि इस वर्ष पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों और ऋषि अगस्त्यर के शास्त्रीय तमिल साहित्य में योगदान को भी प्रमुखता दी जाएगी।
इस संगम का हिस्सा बनने वाले प्रतिभागियों को महाकुंभ का पावन अनुभव और अयोध्या में श्रीराम मंदिर के दर्शन का भी सौभाग्य मिलेगा, जिससे वे आध्यात्मिक रूप से समृद्ध होंगे। पीएम मोदी ने कहा कि यह आयोजन एक भारत, श्रेष्ठ भारत की भावना को सशक्त करने वाला है, और काशी आने वाले तमिल श्रद्धालु अपने साथ जीवनभर की यादें समेटकर लौटेंगे। उन्होंने आशा व्यक्त की कि यह अनूठा संगम भारत को विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रेरणा देगा।