गाजीपुर
राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन की मासिक बैठक संपन्न
गाजीपुर। हर माह की तरह इस माह भी राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन की मासिक बैठक संगठन भवन अंधऊ, गाजीपुर में आयोजित की गई। इस बैठक में जिले के समस्त अवर अभियंता और प्रोन्नत अभियंता उपस्थित रहे। बैठक की अध्यक्षता जनपद अध्यक्ष मिथिलेश ने की।
बैठक में अवर अभियंताओं और प्रोन्नत अभियंताओं की समस्याओं पर विस्तार से चर्चा की गई। अध्यक्ष मिथिलेश ने आश्वासन दिया कि उनकी समस्याओं का समाधान अधीक्षण अभियंता के माध्यम से जल्द किया जाएगा। इसके साथ ही, संगठन के प्रत्येक सदस्य की समस्याओं के समाधान के प्रति संगठन की प्रतिबद्धता जाहिर की गई।
बैठक के दौरान बिजली विभाग के निजीकरण पर गंभीर चिंता व्यक्त की गई। संगठन के सदस्योंने आरोप लगाया कि उच्च प्रबंधन में विराजमान भारतीय प्रशासनिक सेवा के अनुभवहीन अधिकारियों ने अवैध रूप से ऐसा मायाजाल रचा कि पावर कॉरपोरेशन से लेकर सरकार तक को गुमराह किया गया। इसके परिणामस्वरूप जिले में कई बड़े बिजली परियोजनाएं चल रही हैं, जिनमें जर्जर तारों को बदलने और ट्रांसफार्मर की क्षमता बढ़ाने जैसी योजनाएं शामिल हैं। इन योजनाओं का उद्देश्य उपभोक्ताओं को निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करना है।
वहीं, संगठन ने निजीकरण के खिलाफ अपनी दृढ़ राय व्यक्त की, यह कहते हुए कि निजीकरण से न तो कर्मचारियों को लाभ होगा और न ही उपभोक्ताओं को। निजी कंपनियां केवल मुनाफा कमाने के उद्देश्य से काम करती हैं, जो किसी भी हालत में उचित नहीं है। सभी अवर अभियंताओं ने एक स्वर में कहा कि किसी भी स्थिति में बिजली विभाग का निजीकरण नहीं होने दिया जाएगा।
बैठक में जनपद वरिष्ठ उपाध्यक्ष इं. कमलेश प्रजापति, एसडीओ उपाध्यक्ष इं. इंदल राम, सचिव इं. इंद्रजीत पटेल, उपखंड अधिकारी प्रमोद, दीपक गुप्ता, सुधीर कुमार, एस के सिंह, इं. आशीष यादव, इं. अश्वनी कुमार सिंह, राजन चौबे, शशिकांत पटेल, रवि राव, विनोद यादव, चंदन यादव और अन्य सदस्य भी उपस्थित रहे।