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पूर्वांचल

“डॉ. राजेंद्र प्रसाद का सादा जीवन और उच्च विचार आज भी प्रेरणा का स्रोत” : राजेश कुमार अग्रवाल

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140 वीं जयंती पर याद किये गये भारत के प्रथम राष्ट्रपति और भारत रत्न से सम्मानित डॉ. राजेंद्र प्रसाद

मऊ। भारत के प्रथम राष्ट्रपति और भारत रत्न डॉ. राजेंद्र प्रसाद की 140वीं जयंती पर मंगलवार को तहसील बार भवन में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया।

इस अवसर पर घोसी के उपजिलाधिकारी न्यायिक राजेश कुमार अग्रवाल मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।राजेश कुमार अग्रवाल ने कहा कि डॉ. राजेंद्र प्रसाद स्वाधीनता आंदोलन के एक सशक्त नेता थे जिन्होंने नमक सत्याग्रह और भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान कई बार जेल की कठिनाइयां झेलीं। उनका सादा जीवन और उच्च विचार आज भी प्रेरणा का स्रोत हैं।

वरिष्ठ अधिवक्ता दिनेश राय ने उनके योगदान को याद करते हुए कहा कि डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने अधिवक्ता एक्ट का निर्माण किया जिससे आज अधिवक्ता दिवस मनाने की परंपरा शुरू हुई। वहीं वरिष्ठ अधिवक्ता अरविंद सिंह ने उन्हें संविधान सभा के अध्यक्ष के रूप में सामाजिक प्रगति का प्रतीक बताया।

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कार्यक्रम में वरिष्ठ अधिवक्ता कालिकादत्त पांडे ने न्याय व्यवस्था में अधिवक्ताओं की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। संचालन भुवेश श्रीवास्तव ने किया।इस कार्यक्रम में अधिवक्ता शमसाद अहमद, भुवेंद्र कृष्ण, रफ़ीउल्लाह खान, प्रेम चंद्र राय, जनार्दन यादव सहित अनेक अधिवक्ताओं ने हिस्सा लिया और डॉ. राजेंद्र प्रसाद को श्रद्धांजलि अर्पित की।

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