वाराणसी
बीएचयू में मिलेंगी एम्स जैसी सुविधाएं
22 नवंबर को नई दिल्ली में स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा की मौजूदगी में होगी अहम बैठक
वाराणसी। आईएमएस बीएचयू में एम्स जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराने की दिशा में एक बार फिर बड़ा कदम उठाया जा रहा है। इसके लिए सभी कागजी प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। आगामी 22 नवंबर को नई दिल्ली में स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा की मौजूदगी में एक अहम बैठक होने वाली है। इस बैठक में एमओयू पर मुहर लगने की संभावना है।
आईएमएस बीएचयू के निदेशक प्रो. एसएन संखवार और विश्वविद्यालय के अन्य अधिकारी गुरुवार को आवश्यक दस्तावेजों के साथ दिल्ली के लिए रवाना हो गए।
पांच साल पहले हुई थी घोषणा
गौरतलब है कि 5 अगस्त 2018 को बीएचयू के केएन उडुप्पा सभागार में स्वास्थ्य मंत्रालय और मानव संसाधन विकास मंत्रालय (अब शिक्षा मंत्रालय) के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए थे। इसके तहत आईएमएस बीएचयू को एम्स के स्तर की सुविधाएं प्रदान करने की घोषणा हुई थी।
हालांकि, पांच वर्षों में कुछ नए विभाग और सुविधाएं शुरू की गईं, लेकिन एम्स जैसी व्यापक सुविधाएं अब तक साकार नहीं हो सकीं। इसका कारण यह है कि एम्स के संचालन में जितनी भागीदारी स्वास्थ्य मंत्रालय की होती है, उतनी बीएचयू में नहीं हो पाई।
मरीजों के लिए बड़ी राहत संभव
आईएमएस के निदेशक प्रो. एसएन संखवार ने कहा, “इस बार एमओयू की प्रक्रिया पूरी होने की उम्मीद है। इसके बाद आईएमएस में मरीजों के लिए सुविधाओं में बड़ा इजाफा होगा।”
स्वास्थ्य मंत्रालय में 22 नवंबर को होने वाली इस बैठक के बाद एमओयू पर अंतिम मुहर लगने की संभावना है। अगर यह प्रक्रिया पूरी हो जाती है, तो बीएचयू के आईएमएस को एम्स के स्तर की सुविधा मिल सकेगी, जिससे वाराणसी और आसपास के क्षेत्रों के मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी।