वाराणसी
हनुमान जयंती पर यथार्थ गीता के सत्संग में भक्तों का उमड़ा जनसैलाब

वाराणसी। जनपद के मिर्जामुराद क्षेत्र के करधना गांव स्थित परमहंस आश्रम में बुधवार को हनुमान जयंती के पावन अवसर पर यथार्थ गीता के प्रवर्तक स्वामी अड़गड़ानंद महाराज के शिष्य नारद महाराज ने भक्तों को आशीर्वाद रूपी संदेश दिया। नारद महाराज ने बताया कि स्वामी अड़गड़ानंद महाराज स्वयं आश्रम में पधारना चाहते थे, किंतु स्वास्थ्य कारणों से नहीं आ सके। हालांकि, उनका आशीर्वाद सभी भक्तों के साथ है। स्वामी जी का संदेश है कि सभी भक्त “यथार्थ गीता” का अध्ययन करें और ओम अथवा राम नाम का जाप करते रहें जिससे आत्म कल्याण प्राप्त हो।
सत्संग के उपरांत नारद महाराज हेलीकॉप्टर से परमहंस आश्रम शक्तेशगढ़ के लिए रवाना हो गए। कार्यक्रम में परमहंस आश्रम, चालीस गांव, महाराष्ट्र के महंत और स्वामी अड़गड़ानंद महाराज के शिष्य गुलाब महाराज ने भी भक्तों को संबोधित किया। उन्होंने बताया कि शिव ही ऐसे देवता हैं जिनकी कृपा से परमात्मा का साक्षात्कार संभव होता है। उन्होंने कहा कि काशी में मृत्यु प्राप्त करने वाले जीव को भगवान शिव यदि देख लें तो भगवान राम के नाम के प्रभाव से उसकी मुक्ति संभव हो जाती है। गुलाब महाराज ने कहा कि सच्चे सतगुरु ही ‘शिव काशी’ हैं और अपने भक्तों का कल्याण करते हैं।
सत्संग के दौरान लाले महाराज ने बताया कि सामाजिक कुरीतियों, जात-पात, भेदभाव और छुआछूत से मुक्ति का मार्ग “यथार्थ गीता” है। इस अवसर पर यथार्थ गीता रथ आश्रम में पहुंचा, जिसमें यथार्थ गीता, शंका समाधान, जीवनादर्श, और भजन की पुस्तकें भक्तों में रियायती दरों पर वितरित की गईं।
हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी आश्रम में विशाल भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें हजारों की संख्या में भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया। हेलीकॉप्टर के आगमन पर हेलीपैड के आसपास भारी संख्या में लोग इसे देखने पहुंचे। कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा व्यवस्था कड़ी रही, जिसमें एसीपी राजा तालाब अजय कुमार श्रीवास्तव और मिर्जामुराद थाना प्रभारी अजय राज वर्मा के नेतृत्व में पुलिस बल तैनात रहा।