वाराणसी
काशी में डेंगू और मलेरिया को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट
सम्बंधित हॉट स्पॉट क्षेत्रों पर स्वास्थ्य विभाग की पैनी नजर
वाराणसी । मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संदीप चौधरी ने बताया कि हॉट स्पॉट क्षेत्रों में सम्बंधित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों के द्वारा माह अगस्त से ही साप्ताहिक फीवर कैंप सह जागरूकता कैम्प लगाये जा रहे हैं| सम्बंधित हॉट स्पॉट क्षेत्रों में पंचायतीराज विभाग तथा नगर निगम के द्वारा एंटीलार्वा का छिड़काव और फॉगिंग का कार्य अनवरत किया जा रहा है| स्वास्थ्य विभाग उक्त हॉट स्पॉट क्षेत्रों में अपनी पैनी नजर बनाये रखे हुये है| अभी तक हॉट स्पॉट क्षेत्रों में 5,897 बुखार के मरीजों की डेंगू और मलेरिया की जाँच की जा चुकी है|
जिला मलेरिया अधिकारी एस सी पाण्डेय ने बताया कि शहरी क्षेत्रों में 13 संवेदनशील क्षेत्र चिन्हित किये गये हैं| जिसमें बीएलडब्ल्यू कालोनी, बीएचयू (आईएमएस बीएचयू, हैदराबाद गेट), मारुति नगर कॉलोनी, सामने घाट,पहाड़िया,सुसवाही प्रेम नगर कॉलोनी, भदैनी(बीएचयू लंका), सत्संग नगर कॉलोनी सारनाथ, रतापुर रामनगर, बुद्धनगर कॉलोनी, सारनाथ,नटनियादाई एवं काजीसरांय हैं| वहीँ ग्रामीण क्षेत्रों अराजीलाइन ब्लाक में कोइली और लछिरामपुर, चिरईगांव में छनही, उमरहा, चोलापुर में चौबेपुर, हरहुआ ब्लाक में बिलवरिया और भगवानपुर, काशी विद्यापीठ ब्लाक में कादीपुर और माधव तथा पिंडरा ब्लाक में छतांव और भगवतीपुर हैं|
शहरी क्षेत्रों में अब तक 65 कैम्प तथा ग्रामीण क्षेत्रों में 72 कैम्प लगाये जा चुके हैं| शहरी क्षेत्रों में डूडा के द्वारा हायर किए गये 50 अर्ध कुशल दैनिक कर्मियों के द्वारा डोमेस्टिक ब्रीडिंग चेकर के रूप में कार्य कराया जा रहा है| उनके द्वारा घर-घर भ्रमण कर घरों के अन्दर मच्छरजनित परिस्थितियों की जाँच की जा रही है| अभी तक 71000 घरों की जाँच में 1065 घरों में लार्वा पाये गये हैं| गृह स्वामियों को नोटिस के साथ ही मौके पर ही श्रोत विनष्टीकरण का कार्य कराया गया है| इन कार्यों का परिणाम यह हुआ है कि विगत वर्ष की तुलना में डेंगू व अन्य वेक्टरजनित रोगों की संख्या में गिरावट दर्ज की गई है| विगत वर्ष माह अक्टूबर में 172 केसेज थे वहीँ इस वर्ष माह अक्टूबर में अब तक 41 केसेज चिन्हित किये गये हैं|