सियासत
भाजपा ने हरियाणा में बनाई हैट्रिक, उमर अब्दुल्ला होंगे जम्मू कश्मीर के नए मुख्यमंत्री
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ने हरियाणा में कांग्रेस की उम्मीदों पर पानी फेरते हुए और 10 साल की कथित सत्ता विरोधी लहर को दरकिनार करते हुए बड़ी जीत हासिल की है और लगातार तीसरी बार सत्ता में वापसी की है। वहीं, जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद पहली बार हुए विधानसभा चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस के गठबंधन ने प्रभावशाली प्रदर्शन किया।
हरियाणा विधानसभा चुनाव से लगभग छह महीने पहले 54 वर्षीय नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री बनाया गया था, और उनके पद पर बने रहने की संभावना है। नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने यह भी घोषणा की है कि उनके बेटे और पार्टी के वरिष्ठ नेता उमर अब्दुल्ला जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री होंगे। उमर अब्दुल्ला इससे पहले 2009 से 2014 तक राज्य के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। हरियाणा और जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों के परिणामों ने एग्जिट पोल्स के अनुमान को गलत साबित कर दिया है। लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद हरियाणा में भाजपा और कांग्रेस के बीच हुई सीधी टक्कर में भाजपा ने 90 में से 48 सीटें जीतीं, जबकि 2019 में उसने 41 सीटों पर विजय हासिल की थी।
90 सीटों वाले हरियाणा में मतदान 5 अक्टूबर को एक ही चरण में पूरा हुआ था, जिसमें अनुमानित 65 फीसदी मतदान दर्ज किया गया था। वहीं, 90 सीटों वाले ही जम्मू और कश्मीर में तीन चरणों में मतदान की प्रक्रिया हुई थी। यहां कुल 63.88 फीसदी मतदान दर्ज किया गया था। इनमें पहले चरण में 61.38, दूसरे चरण में 57.31 और 1 अक्टूबर को हुए तीसरे चरण में वोटिंग पर्सेंट 69.69 प्रतिशत रहा था। वर्ष 2014 के बाद से जम्मू-कश्मीर में पहली बार विधानसभा चुनाव तीन चरणों में हुए। कश्मीर घाटी और जम्मू क्षेत्र की 90 सीटों में से पहले चरण में 24, दूसरे चरण में 26 और तीसरे चरण में 40 सीटों पर मतदान हुआ।