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पीएम मोदी ने कारगिल के वीर सपूतों को दी श्रद्धांजलि, अग्निपथ योजना पर खुलकर की बात

रिपोर्ट - शुभम कुमार सिंह
लद्दाख। कारगिल विजय दिवस की 25वीं वर्षगांठ पर शुक्रवार को प्रधानमंत्री मोदी ने लद्दाख में 1999 की जंग के नायकों को श्रद्धांजलि दी। वे कारगिल वॉर मेमोरियल भी गए। करीब 20 मिनट के संबोधन में पीएम मोदी ने पाकिस्तान, आतंकवाद, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, अग्निपथ योजना और विपक्ष पर खुलकर बात की।
पाकिस्तान पर जमकर साधा निशाना –
पीएम मोदी ने साल 1999 में भारत-पाकिस्तान युद्ध में बलिदान हुए सैनिकों को नमन किया। उन्होंने अपने संबोधन में बहादुर जवानों को याद करते हुए पाक पर भी जमकर निशाना साधा। प्रधानमंत्री मोदी ने जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि जिन जवानों ने देश के लिए दिया बलिदान दिया। वे हमेशा अमर रहते हैं। कारगिल में हमने केवल युद्ध नहीं जीता था। हमने सत्य, संयम और सामर्थ का अद्भुत परिचय दिया था। भारत उस समय शांति के लिए प्रयास कर रहा था। बदले में पाकिस्तान ने फिर एक बार अपना अविश्वासी चेहरा दिखाया लेकिन सत्य के सामने असत्य और आतंक की हार हुई।

उन्होंने कहा कि, पाकिस्तान ने अतीत में जितने भी दुष्प्रयास किए उसे मुंह की खानी पड़ी लेकिन पाकिस्तान ने अपने इतिहास से कुछ नहीं सीखा है। वो आतंकवाद के सहारे अपने आप को प्रासंगिक बनाए रखने का प्रयास कर रहा है। लेकिन आज जब मैं उस जगह से बोल रहा हूं जहां आतंक के आकाओं को मेरी आवाज सीधे सुनाई पड़ रही है मैं आतंकवाद के इन सरपरस्तों को कहना चाहता हूं कि उनके नापाक मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे। आतंकवाद को हमारे जाबाज पूरी ताकत से कुचलेंगे, दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।
अग्निपथ योजना पर खुलकर की बात –
सेना की अग्निपथ योजना को लेकर उठ रहे सवालों को लेकर पीएम मोदी ने विपक्ष पर भी निशाना साधा। अग्निपथ योजना का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हमारी हमारी सेनाओं ने बीते वर्षों में कई साहसिक निर्णय लिए हैं। सेना द्वारा किए जरूरी रिफॉर्म का एक उदाहरण अग्निपथ स्कीम भी है। दशकों तक संसद से लेकर अनेक कमेटियों तक में सेनाओं को युवा बनाने पर चर्चाएं होती रही हैं। इसके अलावा सेना में हुए आधुनिक सुधारों को लेकर सेना की तारीफ करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि डिफेंस सेक्टर में रिफॉर्म्स के लिए मैं भारत की आर्म्ड फोर्सेस की सराहना करना चाहता हूं।
विपक्ष की तानाशाही पर कटाक्ष –
विपक्ष पर तीखा हमला करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि, भारत के सैनिकों की औसत आयु ग्लोबल एवरेज से ज्यादा होना, ये हम सबकी चिंता बढ़ाता रहा है। इसलिए यह विषय वर्षों तक अनेक कमेटियों में भी उठा, लेकिन देश की सुरक्षा से जुड़ी इस चुनौती के समाधान की पहले इच्छाशक्ति नहीं दिखाई गई। शायद कुछ लोगों की मानसिकता ही ऐसी थी कि सेना मतलब, नेताओं को सलाम करना, परेड करना। हमारे लिए सेना मतलब, 140 करोड़ देशवासियों की आस्था करना, हमारे लिए सेना मतलब 140 करोड़ देशवासियों की शांति की गारंटी, हमारे लिए सेना मतलब देश की सीमाओं को सुरक्षा की गारंटी। अग्निपथ योजना के जरिए देश ने इस महत्वपूर्ण सपने को एड्रेस किया।