वाराणसी
वाराणसी में छोटी नाव के संचालन पर लगी रोक

वाराणसी में गंगा के बढ़ते जलस्तर और सुरक्षा के मद्देनजर जल पुलिस और नाविकों के साथ बैठक दशाश्वमेध घाट पर आयोजित की गई। बैठक में निर्णय लिया गया कि गंगा में अब नाव को अब काफी सतर्कता से चलाना होगा। इसके आलावा नाव पर क्षमता के आधे यात्राओं को बैठाकर लाइफ जैकेट को पहनाकर ही पर्यटकों को नाव से घाट घुमाया जायेगा।
छोटी नावों का संचालन बंद –
वाराणसी जल पुलिस प्रशासन मिथलेश यादव ने बताया कि, नाविकों के साथ बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि अगले आदेश तक गंगा में छोटी नाव का संचालन पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा। इसको लेकर एडवाइजरी भी जारी कर दी गई हैं। जल पुलिस की कर्मचारियों द्वारा निगरानी भी रखी जा रही हैं।
दशाश्वमेध के गंगा आरती में नहीं खड़ी होगी बाहरी नाव –
जल पुलिस ने बताया कि गंगा के जलस्तर और तेज बहाव के मद्देनजर नाविकों की हिदायत दी गई हैं कि वह गंगा आरती के दौरान अपनी नाव न लगाए। दशाश्वमेध को छोड़कर अन्य घाटों से आने वाली नाव को वापस लौटा दिया जायेगा उन नावों को गंगा आरती में खड़े होने की अनुमति नहीं दी जायेगा।
जल पुलिस प्रशासन मिथलेश यादव ने बताया कि नाविकों पर निगरानी रखी जा रही है। सभी को हिदायत दी गई है कि वह अपने नाव पर 50% यात्री बैठाकर ही नाव से पर्यटकों को घाट घुमाएंगे। आरती खत्म होने के बाद किसी नाव को नाव चलाने की अनुमति नही दी गई हैं। वाराणसी में गंगा का जलस्तर बढ़ने से दो घाटों का संपर्क टूट गया है। आज सुबह 8 बजे तक गंगा का जलस्तर 62.30 मीटर रहा।