पूर्वांचल
बकाया वेतन को लेकर मजदूरों ने किया हड़ताल
सोनभद्र। ओबरा निर्माणाधीन तापीय परियोजना ओबरा सी में मजदूरों का शोषण रूकने का नाम ही नहीं ले रहा है। बीते कुछ वर्षों से परियोजना परिसर में मजदूरों द्वारा हड़ताल तोड़फोड़ जैसी घटनाएं आम हो गई है पर परियोजना के अधिकारियों आजतक किसी ठोस समाधान तक नही पहुंच पाये हैं।
एक बार फिर से परियोजना में कार्यरत दक्षिण कोरियाई कंपनी वूसुन इलेक्ट्रिक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के मजदूर शनिवार से बकाया वेतन के लिये हड़ताल पर बैठे हैं। कम्पनी सिर्फ आश्वासन देकर टालने का काम कर रही है।
कुछ समय पहले भी वूसुन इलेक्ट्रिक कम्पनी के मज़दूरों ने लंबे बकाया वेतन को लेकर परियोजना के सभी द्वार बंद कर सारा काम ठप्प कर दिया था जिसे लंबे विवाद के पश्चात पुलिस प्रशासन और प्रवर्तन अधिकारियों की मध्यस्थता से सुलझाया गया था। मजदूरों का आरोप है कम्पनी कभी भी समय पर वेतन नहीं देती और वेतन की मांग पर काम से निकालने की धमकी देती है।

कम्पनी के मैनेजर ये कह कर टाल देते है कि हम भारतीयों को वेतन का पावर नहीं है और कोरियन मुख्य संविदाकार दूसन पॉवर सिस्टम से पैसा आने का बहाना कर टाल रहे है। ज्ञात हो वूसुन इलेक्टिक पर ना सिर्फ मजदूरों के बल्कि अन्य बाज़ार के सप्लायरों के भी पैसे बकाया है। कम्पनी के अधिकारी हमेशा बात करने से बचते हैं।
उपस्थित मजदूरों द्वारा मिली सूचना के अनुसार कम्पनी के मजदूरों के साथ स्टाफ का भी नवंबर महीने से वेतन लम्बित है । कम्पनी से डिरेक्टर दक्षिण कोरिया चले गए है और यदि समय पर वेतन ना मिला तो ये मजदूर प्रशासन की मध्यस्थता लेने के मजबूर होंगे ।
