वाराणसी
काशी-तमिल संगमम-2 में गूंजा बनारस घराने का सुर, सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति ने मोहा मन |

वाराणसी | काशी-तमिल संगमम-2 के पांचवे दिन काशी और तमिलनाडु के नौ सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां हुईं। तमिलनाडु से आए डेलीगेट्स ने नमो घाट पर आयोजित सभी प्रस्तुतियों को देखकर मंत्रमुग्ध हो गए। ओम नम: शिवाय, शंकरा, काशी विश्वनाथ भजन पर आधारित प्रस्तुतियों को देखकर तमिल डेलीगेट्स झूम उठे ।
प्रस्तुतियों का विवरण –
• पहली प्रस्तुति वाद्य लोक आधारित पंबई की रही। •दूसरी प्रस्तुति नैयंडी मेलम की रही। •तीसरी प्रस्तुति बनारस घराने के वाद्य यंत्रों की रही। •चौथी प्रस्तुति गायन विधा की रही।•पांचवीं प्रस्तुति भरतनाट्यम की रही। •छठवीं प्रस्तुति वाराणसी के नृत्य की रही। •सातवीं प्रस्तुति सक्काकुचियट्टम, मानकोमबट्टम और थपट्टम की हुई। •आठवीं प्रस्तुति पेरियालम की रही। •नौवीं और अंतिम प्रस्तुति कारगम, कवडी, ओलियाट्टम और नैयांदिमेलम की रही। सभी प्रस्तुतियों को देखकर डेलीगेट्स मंत्रमुग्ध होकर झूमने लगे और तालियां बजाकर सभी कलाकारों का उत्साहवर्धन भी किया ।