वाराणसी
काशी में 27 नवंबर को होगा देवदीपावली का महापर्व, उदया तिथि को मनाया जाएगा पर्व

रिपोर्ट – प्रदीप कुमार
वाराणसी। काशी के गंगा घाटों एवं अनेकशः देव मंदिरों, कुण्डों- तालाबों में मनाया जाने वाले विश्व विख्यात देव दीपावली (Dev Diwali) महोत्सव आयोजन करने के संदर्भ में एक बैठक का आयोजन पं. किशोरी रमण दूबे (बाबू महाराज) की अध्यक्षता में गंगा सेवा निधि के कार्यालय में किया गया।
जिसमें सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि इस वर्ष पंचांग भेद के कारण 26 एवं 27, नवंबर को अलग-अलग दिन पंचांगों में कार्तिक पूर्णिमा देव- दीपावली का जिक्र है, किंतु देव- दीपावली के इतिहास में परंपराओं पर दृष्टि डालने पर यह प्रमाण मिलता है कि इसी प्रकार की समस्या एक बार पूर्व काशी नरेश महाराज डॉ. विभूति नारायण सिंह के समय में एवं गंगा सेवा निधि के संस्थापक स्मृति शेष पं. सत्येंद्र मिश्रा के समय में आई थी। तत्समय उन दोनों महानुभावों ने विषय विशेष के विद्वानों से परामर्श के उपरांत उदया तिथि की पूर्णिमा जिस दिन पड़ती है, उसी दिन देव दीपावली का आयोजन करने का निर्णय लिया था एवं उसी दिन देव- दीपावली मनाई गई थी, जिस दिन प्रात: काल स्नान दान की पूर्णिमा है|