वाराणसी
गणपति दरबार हुई भजनों से एकाकार
रिपोर्ट – प्रदीप कुमार
गणेशोत्सव में हुई भजनों की प्रस्तुति
वाराणसी: बुधवार को शारदा भवन में गणेशोत्सव के तीसरे दिवस पर गणपति दरबार संगीतमय हो गया। सायं साढ़े सात बजे डॉ.शेफाली मुखर्जी के गायन से कार्यक्रम की शुरुवात हुई। रागपुरिया धनाश्री के बाद विलम्बित एक ताल में अब तो रुत मान …..गाकर इन्होंने गणपति को रिझाया। इसके पश्चात द्रुत तीन ताल में पायलिया झंकार मोरी बाजे …..ने तो खूब तालियां बटोरीं। शेफाली ने उपस्थित भक्तों के समक्ष दादरा सुनाया जिसमें राग पीलू में अब लागे ना जियरा हमार …ने सबका मन मोह लिया। ज्ञानस्वरूप मुखर्जी ने तबला व कुमार विक्की ने हारमोनियम पर साथ दिया। दूसरे चरण में डॉ.राजेश शाह ने सितार की मधुर झंकार से सभी को आह्लादित कर दिया। संगीत के इस कार्यक्रम के आखिरी क्रम में मुम्बई की डा.अर्चना महस्कर ने सभी श्रोताओं को राग यमन के विलम्बित एक ताल में पल-पल पे ….गाकर प्रफुल्लित कर दिया। इनके साथ तबले पर श्रीकांत मिश्र व हारमोनियम पर मोहित साहनी ने संगत किया। सभी ने इनका भी ताली बजाकर खूब स्वागत किया। पूरे कार्यक्रम का संचालन डॉ. विनोद राव पाठक ने व संयोजन यादव राव पाठक ने किया। इस अबसे पर पधारें विशिष्ट अतिथियों का स्वागत व अभिनंदन स्मिता वी पाठक व स्वप्निल पाठक ने किया। धन्यवाद ज्ञापन वरद राव पाठक ने दिया।
