वाराणसी
आउटरीच एवं उद्यमिता विकास कार्यक्रम के अंतर्गत विद्यार्थियों ने रामनगर स्थित वीवर शाला का किया भ्रमण
रिपोर्ट – प्रदीप कुमार
वाराणसी: आउटरीच एवं उद्यमिता विकास कार्यक्रम के अंतर्गत समाज कार्य विभाग 05 विद्यार्थियों का एक दल प्रो. संजय, निदेशक आउटरीच एवं उपरोक्त विद्यार्थियों के मेंटर के नेतृत्व में रामनगर स्थित वीवर शाला का भ्रमण किया।
ज्ञातव्य हो कि यह वीवर शाला यूपिका हैंडलूम के चेयरमैन अमरेश द्वारा प्रारम्भ किया गया है। जिसका मुख्य सिद्धान्त है “लूम विथ डिग्निटी” उन्होंने पिट लूम की जगह फ्रेम लूम स्थापित किया है जो कि बुनकरों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए डिज़ाइन किया गया है।
वीवर शाला को टाटा, आदित्य बिड़ला, एवं रिलायंस द्वारा समर्थन प्राप्त हो रहा है। अनार बेन की संस्था क्राफ्ट रुट एवं टाटा की तनेरा भी वीवर शाला से सम्बद्ध होकर बनारसी साड़ी की कढ़वा डिज़ाइन को प्रमोट कर रहे हैं। विद्यार्थियों ने बनारसी साड़ी की सभी डिज़ाइन को देखा जिसमे प्रमुख रूप से कढ़वा, रंगकाट एवं जंगला की डिज़ाइन को देखा एवं समझा।
यह भी चर्चा की गई कि किस प्रकार से युवा पीढी को इस उद्यम से जोड़ा जाए।
सभी विद्यार्थियों ने यह महसूस किया कि नौकरी की अपेक्षा उद्यमिता की ओर जाना ज्यादा श्रेयस्कर है। इस भ्रमण से विद्यार्थियों में उद्यमिता की भावना विकसित हुई।
विद्यार्थियों में अनीश कुमार, जयंती पांडेय, रजनी यादव, कुंदन शर्मा एवं हंसराज यादव ने सहभागिता की एवं सुश्री अंगिका एवं अक्षय ने विद्यार्थियों को भ्रमण कराया। बुनकरों में प्रमुख रूप से छोटे लाल एवं असलम ने बुनकरी की कला पर चर्चा की।
