वाराणसी
योग पूर्णतः वैज्ञानिक विधि है- डॉक्टर पारसनाथ मौर्य
रिपोर्ट – प्रदीप कुमार
वाराणसी: महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के अर्थशास्त्र विभाग द्वारा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में
एक विशेष व्याख्यान आयोजित किया गया। मुख्य वक्ता के तौर पर अर्थशास्त्र विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ पारसनाथ मौर्य ने योग के महत्व को स्पष्ट करते हुए बताया कि योग पूर्णतः वैज्ञानिक विधि है। इस शरीर का प्रकृति से मॏलिक संबंध है। प्राणायाम के माध्यम से शरीर को अचेतन अवस्था से सचेतन अवस्था में लाया जा सकता है। प्राणायाम के माध्यम से शरीर के साथ मन पर भी नियंत्रण पाया जा सकता है।
उन्होंने बताया कि योग के साथ संतुलित भोजन के माध्यम से शारीरिक एवं मानसिक सामंजस्य स्थापित किया जा सकता है।
अर्थशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष ने अध्यक्षता करते हुए कहा कि योग से जीवन की गुणवत्ता को बढ़ाया जा सकता है। अत: योग को जीवन पद्धति का अंग बना लेना चाहिए।
अर्थशास्त्र विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ राकेश तिवारी ने कार्यक्रम का संचालन किया और योग आसन एवं इसके महत्व पर प्रकाश डाला।
धन्यवाद ज्ञापन डॉक्टर गंगाधर द्वारा किया गया। कार्यक्रम में अर्थशास्त्र विभाग के शिक्षक गण डॉ उर्जस्विता सिंह, डॉ परिजात सौरभ के साथ ही विभाग के शोधार्थी एवं स्नातक और स्नातकोत्तर के विद्यार्थियों ने भाग लिया।
