वाराणसी
डीडीयू चिकित्सालय व शिवपुर सीएचसी बने कोविड डेडीकेटेड हॉस्पिटल

गुरुवार को मिले दो कोविड पॉज़िटिव, सक्रिय मरीज की संख्या हुई 10
संक्रमण से बचाव व रोकथाम के लिए बताया ‘क्या करें-क्या न करें’
वाराणसी: जनपद में कोविड संक्रमित मरीज एक बार फिर बढ़ने लगे हैं। इसकी रोकथाम और प्रभावी नियंत्रण के लिए स्वास्थ्य विभाग सतर्क है। जनपद के पाण्डेयपुर स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय और शिवपुर शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को कोविड डेडीकेटेड हॉस्पिटल बनाया गया है। यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ संदीप चौधरी ने दी।
सीएमओ ने बताया कि शासन से प्राप्त निर्देशानुसार डीडीयू चिकित्सालय और शिवुपर सीएचसी में कोविड मरीजों के लिए 10-10 बेड आरक्षित किए गए हैं। कोविड के लिए डीडीयू में बेड की क्षमता 55 और शिवपुर सीएचसी में 30 है। आवश्यकता पड़ने पर इन चिकित्सालयों में बेड की संख्या बढ़ाई जाएगी। इन कोविड समर्पित चिकित्सालयों में जांच, पर्याप्त मात्रा में औषधियाँ व अन्य स्वास्थ्य सेवाएँ मौजूद रहेंगी। इसके साथ ही जनपद के शेष जिला चिकित्सालयों में 10-10 बेड, सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में पाँच-पाँच बेड और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर दो-दो बेड कोविड मरीजों के लिए आरक्षित करने के लिए निर्देशित किया गया है। सीएमओ ने समस्त चिकित्सा अधीक्षकों और प्रभारियों को निर्देशित किया कि किसी भी संभावित कोविड और इंफ्लुएंजा फ्लू के लक्षण दिखने वाले मरीजों की जांच कर उनके उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित करें। इसके साथ ही 14 दिनों तक होम आइसोलेशन में ही रहने की सलाह दें।
उन्होंने बताया कि गुरुवार को जनपद में दो कोविड पॉज़िटिव पाये गए। मार्च 2023 से अब तक 15 व्यक्ति कोविड पॉज़िटिव पाये जा चुके हैं। वर्तमान में जनपद में 10 सक्रिय मरीज हैं। इन सभी मरीजों को होम आइसोलेशन में रखा गया है। जिले के डीडीयू चिकित्सालय, एसएसपीजी मंडलीय चिकित्सालाय कबीरचौरा, एलबीएस चिकित्सालय रामनगर, एसवीएम चिकित्सालय भेलूपुर और बीएचयू में कोविड की जांच की सुविधा मौजूद है।
जिला सर्विलान्स अधिकारी व एसीएमओ डॉ एसएस कनौजिया ने बताया कि इसके लक्षण जैसे सांस लेने में दिक्कत, सांस तेज चलना या सांस का फूलना, बुखार या खांसी एक बार सही होने के बाद दोबारा होना आदि हैं। इस प्रकार के लक्षण दिखते हैं तो तुरंत नजदीकी चिकित्सालय जाकर जांच कराएं और डॉक्टर के परामर्श के मुताबिक इलाज कराएं।
संक्रमण से बचाव और रोकथाम के लिए –
क्या करें –
• भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें और मास्क पहनें
• संक्रमण के लक्षण दिखने पर स्वयं को लोगों के संपर्क में आने से बचाएं
• खाँसते-छींकते समय नाक व मुंह को रुमाल या टिशू से ढकें
• तरल व सुपाच्य पदार्थों का सेवन करें
• बार-बार आँख व नाक को न छूएं
• बुखार आने पर चिकित्सीय परामर्श से दवा का सेवन करें
क्या न करें –
• लोगों से दूरी बनाकर रहें व अभिवादन करते समय हाथ न मिलाएँ और न ही गले लगाएँ
• सार्वजनिक स्थानों पर थूकने से परहेज करें
• दूसरों के साथ भोज्य पदार्थ व पेयजल साझा न करें
• चिकित्सीय परामर्श के बिना दवा का सेवन न करें
• किसी और के नहाने का साबुन व तौलिया इस्तेमाल न करें।