वाराणसी
सदाचरण से हर कोई श्रेष्ठ जीवन जी सकता है : स्वामी अड़गड़ानन्द
शताधिक दिन वरचर प्रवास के बाद महाराज का आगमन 20 जून को
बादलों के बरसने से किसान तो महाराज के आगमन से भक्त झूमे
रिपोर्ट : मनोकामना सिंह
मिर्जापुर। होली के ठीक दूसरे दिन से लगातार 40 से 44 डिग्री सेल्सियस तपते सूरज को निष्प्रभावी करते बादलों के साथ इतने ही दिनों से वरचर (मध्यप्रदेश) आश्रम को संतृप्त करते स्वामी अड़गड़ानन्द जी महाराज सोमवार, 20 जून को जब चुनार स्थित शक्तेशगढ़ आश्रम के लिए अपराह्न दो बजे के करीब हेलीकॉप्टर में बैठे तो उनके भक्तों को वही आह्लाद मिला जैसे इधर कुछेक दिनों से पानी बरसने से किसानों और फील्ड वर्क करते लोगों को मिल रहा है।
आश्रम के सेवक श्री रघुवंश दीक्षित से जानकारी मिली कि महाराजश्री कुछ ही पलों में शक्तेशगढ़ में आ जाएंगे। आश्रम में जुटे भक्त आकाश की ओर आंखें किए हुए हैं कि कैसे उनका जल्द दर्शन हो।
महाराज के भक्तों में गजब की भक्ति इसलिए रहती है क्योंकि वे यथार्थ-गीता की व्याख्या अत्यंत सरल और सुबोध शैली में जीवन के आसपास के परिवेश को ध्यान में रखकर करते हैं। वे सबसे कहते हैं कि हर मानव में समानता है। सदाचरण से हर कोई श्रेष्ठ जीवन जी सकता है।