वाराणसी
स्वास्थ्य विभाग की मेहनत रंग लाई, मुख्यमंत्री द्वारा गोद ली गई सीएचसी हाथी बाजार को मिला पहला कायाकल्प अवार्ड
सीएचसी चोलापुर को भी छठवीं बार मिला कायाकल्प पुरस्कार
रिपोर्ट – मनोकामना सिंह
• जनपद की दो सीएचसी सहित प्रदेश की 265 सीएचसी वर्ष 2021-22 के लिए हुईं पुरस्कृत
• सीएचसी हाथी को मिले 70 फीसदी से अधिक एवं चोलापुर को मिले 88 फीसदी अंक
वाराणसी| जनपद में स्वास्थ्य सुविधाओं को लगातार सुदृढ़ीकरण एवं विस्तार किया जा रहा है। जनपद के राजकीय चिकित्सालयों के साथ ही ग्रामीण क्षेत्र के स्वास्थ्य केंद्र भी नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान कराने में जुटे हैं। इसका नतीजा यह है कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत कायाकल्प कार्यक्रम में वर्ष 2021-22 के लिए जनपद के दो सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों को कायाकल्प पुरस्कार हासिल हुआ । इस क्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा गोद ली गई सीएचसी हाथी बाजार को पहली बार कायाकल्प अवार्ड मिला है। इसके साथ ही चोलापुर सीएचसी ने भी छठवीं बार कायाकल्प पुरस्कार हासिल किया है।
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा के निर्देशन व देख-रेख में जनपद की स्वास्थ्य इकाईयों पर बेहतर व आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाएं दी जा रही हैं, जिसके परिणामस्वरूप मुख्यमंत्री द्वारा गोद ली हुई सीएचसी हाथी बाजार को पहली बार कायाकल्प पुरस्कार हासिल हुआ है। इसके साथ चोलापुर सीएचसी भी नए कीर्तिमान हासिल कर रहा है। जिलाधिकारी ने सीएचसी हाथी बाजार व चोलापुर के अधीक्षक सहित समस्त स्टाफ एवं विभाग को बधाई दी और भविष्य में इसी तरह के कार्य प्रदर्शन की उम्मीद जताई।
मंडलीय अपर निदेशक (एडी स्वास्थ्य) डॉ शशिकांत उपाध्याय, सीएमओ डॉ संदीप चौधरी, एसीएमओ डॉ एके मौर्य एवं मंडलीय सलाहकार क्वालिटी एश्योरेंस डॉ आरपी सोलंकी के नेतृत्व व राजकीय चिकित्सालय एवं स्वास्थ्य केन्द्रों की ओर से किए जा रहे प्रयासों से स्वास्थ्य विभाग हर वर्ष कायाकल्प कार्यक्रम में नई ऊचाइयाँ छू रहा है। एडी डॉ शशिकांत उपाध्याय ने कहा कि चिकित्सा इकाईयों और स्वास्थ्य केन्द्रों का नामांकन आंतरिक, सहकर्मी एवं बाहरी मूल्यांकन के अंतर्गत तीन चरणों मे किया जाता है। इन चरणों के माध्यम से सभी बिन्दुओं जैसे – स्वास्थ्य सुविधाओं, स्वच्छता, कचरा प्रबंधन, संक्रमण नियंत्रण, समर्थन तथा स्वच्छता को बढ़ावा देना, मरीजों के साथ स्टाफ का सकारात्मक व्यवहार आदि पर स्वास्थ्य केंद्र का मूल्यांकन किया जाता है, जिसमे आंतरिक मूल्यांकन का निरीक्षण स्थानीय टीम दवारा, सहकर्मी मूल्यांकन का निरीक्षण राज्य स्तरीय टीम द्वारा किया जाता है।
सीएमओ डॉ संदीप चौधरी ने कहा कि सीएचसी हाथी ने राज्य स्तरीय अंतिम चरण में 70.14 प्रतिशत हासिल कर पहली बार कायाकल्प अवार्ड पाने का गौरव प्राप्त हुआ है। वहीं सीएचसी चोलापुर ने 88 फीसदी अंक हासिल कर लगातार छठवीं बार कायाकल्प पुरस्कार प्राप्त किया है। इसका पूरा श्रेय दोनों स्वास्थ्य केन्द्रों के वार्ड ब्योय से लेकर सीएचसी हाथी के प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक डॉ हंसराज एवं सीएचसी चोलापुर के डॉ आरबी यादव व समस्त स्टाफ को जाता है। उन्होने कहा कि सीएचसी हाथी में स्वास्थ्य सुविधाओं का लगातार विस्तार किया जा रहा है। मरीजों के लिए चिकित्सीय जांच व उपचार की सुविधाओं को सुदृढ़ीकरण किया जा रहा है। पिछले एक साल में राज्य व जिला स्तरीय टीम द्वारा कई बार मूल्यांकन व निरीक्षण किया गया जिसका नतीजा सभी के सामने है। कायाकल्प अवार्ड से प्राप्त धनराशि को दोनों सीएचसी के सुदृढ़ीकरण में लगाया जाएगा।
मंडलीय सलाहकार डॉ आरपी सोलंकी ने कहा कि कायाकल्प कार्यक्रम के तहत वर्ष 2021-22 के लिए जनपद की दो सीएचसी क्रमशः हाथी बाज़ार और चोलापुर का तीन चरणों में असेस्मेंट हुआ। जिसमें सीएचसी हाथी ने पहले चरण (जिला स्तरीय) में 85%, दूसरे चरण में 82% एवं अंतिम चरण (राज्य स्तरीय) में 70.14 % अंक हासिल किए। जिससे उसे पहली बार कायाकल्प अवार्ड मिला है। जबकि सीएचसी चोलापुर ने क्रमशः 92 प्रतिशत, 90 प्रतिशत एवं 88 प्रतिशत अंक प्राप्त किए और छठवीं बार कायाकल्प हासिल किया है। प्रदेश स्तर पर सीएचसी चोलापुर ने 12वां स्थान हासिल किया है। उन्होने बताया कि शासन के निर्देशानुसार अंतिम चरण में 70 या 70 फीसदी से अधिक अंक प्राप्त होने पर सीएचसी को कायाकल्प अवार्ड दिया जाता है। इन सात मानकों के आधार पर कायाकल्प अवार्ड मिलता है।