वाराणसी
केन्द्रित प्रशिक्षण कार्यक्रम “मिशन कर्मयोगी” के अन्तर्गत फ्रन्टलाइन कर्मचारियों के प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ
रिपोर्ट – मनोकामना सिंह
वाराणसी| वाराणसी मंडल पर आयोजित नागरिक केन्द्रित प्रशिक्षण कार्यक्रम “मिशन कर्मयोगी” के अन्तर्गत वाराणसी मंडल के फ्रन्टलाइन कर्मचारियों के प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ मंडल कार्यालय के सभागार कक्ष में बृहस्पतिवार को पूर्वाह्न 11:00 बजे मंडल रेल प्रबंधक रामाश्रय पाण्डेय द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया । इस अवसर पर अपर मंडल रेल प्रबंधक(इंफ़्रा)ज्ञानेश त्रिपाठी,अपर मंडल रेल प्रबंधक(प्रशासन) राहुल श्रीवास्तव,अपर मंडल रेल प्रबंधक(परिचालन) एस पी एस यादव,वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक संजीव शर्मा एवं वरिष्ठ मंडल कार्मिक अधिकारी समीर पॉल समेत फ्रन्ट लाइन स्टाफ उपस्थित थे।
नागरिक केन्द्रित प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए मंडल रेल प्रबंधक रामाश्रय पाण्डेय ने अपने संबोधन में बताया कि कर्मयोगी रेल मिशन,शिष्टता अमृत,सर्व शिष्ट, सर्वनिष्ठ एवं सर्वईस्ट रेल के अंतर्गत वाणिज्य कर्मचारियों को जो यात्री जनता से सीधे जुड़ते हैं को कर्मयोगी बनाने में सहायक होगा। उन्होंने कहा सभी रेलकर्मियों का वेतन जनता से प्राप्त आय से होता है। इस कारण रेलकर्मियों का दायित्व है कि वे जनता से अच्छा व्यवहार करें और अपने आचरण से जनता को आकर्षित भी करें। इसके साथ ही व्यापारिक गतिविधियों से जुड़े कर्मचारी अधिकाधिक माल यातायात को आकर्षित करने के लिए व्यापारियों एवं उनके प्रतिनिधियों से कुशल व्यवहारिक संबंध स्थापित करें। सेवा भाव,अच्छे आचरण और व्यवहारिक कुशलता से हम सभी भारतीय रेल की आय में वृद्धि ला सकते हैं।
इस अवसर पर फ्रन्ट लाइन कर्मचारियों को संबोधित करते हुए वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक संजीव शर्मा ने बताया की यह कार्यक्रम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा वर्ष-2020 में लाया गया बहुप्रतिष्ठित कार्यक्रम है, इस कार्यक्रम को सभी केन्द्रीय कर्मचारियों के लिए बनाया गया है, जिसकी शुरुआत सर्वप्रथम रेलवे में किया जा रहा है। इस कार्यक्रम को के सफल बनाने के लिए रेलवे बोर्ड, IRITM लखनऊ एवं अनुभवी टीम सहयोग से 1000 मास्टर ट्रेनर रेलवे कर्मचारियों को प्रशिक्षित कर मास्टर ट्रेनर बनाया गया है, जिनके द्वारा, एक लाख अग्रिम पंक्ति के कर्मचारियों का प्रशिक्षित किया जाना है, इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है कि रेल कर्मचारियों की (अग्रिम पंक्ति के कर्मचारी) भागीदारी सुनिश्चित कर उनके सोच में परिवर्तन लाकर न केवल उनके कार्यों में तकनीकी दक्षता की भावना को विकसित करता है एवं साथ ही यात्रियों के साथ सेवा भाव के मूल-विचार को ध्यान में रखकर अपने कार्यों के द्वारा साकारात्मक योगदान देकर यात्रियों की अधिकत्तम संतुष्टि के साथ रेलवे पर यात्रियों का भरोसा बनाये रखना है ।