वाराणसी
परिषदीय स्कूलों में अब हर शनिवार को नो बैग डे, बच्चों की क्रियाशीलता को परखने का होगा माध्यम
रिपोर्ट – प्रदीप कुमार
वाराणसी : परिषदीय स्कूलों में शनिवार बच्चों के लिए मस्ती भरा दिन होगा। इस दिन को अब नो बैग डे के नाम से जाना जाएगा। बच्चों की क्रियाशीलता, उनकी अभिरुचि को बढ़ाने के साथ ही स्कूलों के प्रति उनके लगाव को और प्रगाढ़ करने के लिहाज से यह किया जा रहा है।
स्कूलों में बच्चों की संख्या बढ़ाने को लेकर तमाम कवायद किए जा रहे हैैं, अभियान चलाए जा रहे हैैं। उनकी अभिरुचि बढ़ाने के लिए भी तरह-तरह के जतन हो रहे हैैं। ऐसे में महकमे ने इस दिशा में कदम बढ़ाते हुए शनिवार को प्राइमरी के बच्चों को बगैर बैग के स्कूल आने की पहल की है। इस दिन पढ़ाई के बजाय बच्चों की क्रियाशीलता, पेटिंग, अभिरुचि के लिहाज से खेल-कूद आदि का आयोजन किया जाएगा। बच्चों के साथ ही इस दिन अभिभावकों को भी स्कूल आने के लिए प्रेरित किया जाएगा, जिससे वह अपने बच्चों की अभिरुचि को परख सकें। उन्हें प्रोत्साहित करने के साथ घर में भी इस तरह के माहौल प्रदान कर सकें जिससे स्कूल के प्रति उनकी सोच बदल सके। इस दिशा में जिले के सभी बीईओ को बीएसए कार्यालय से न सिर्फ दिशा-निर्देश प्राप्त हो चुका है बल्कि उनकी रायशुमारी भी ली गई है। सुझाव लिया गया है कि इस संबंध में और कुछ क्या किया जा सकता है।
छुट्टी बाद सभी स्कूलों में होगी व्यवस्था
- इस व्यवस्था को जिले के कई स्कूलों में इसी शनिवार से लागू करने की व्यवस्था है। हालांकि गर्मी की छुट्टी के बाद इसे सभी प्राथमिक स्कूलों में लागू किया जाएगा। इस दिन खेलकूद के साथ वाद-विवाद, पीटी, योग, नाटक, सांस्कृतिक आयोजन भी होंगे। अध्यापक बच्चों की रुचि पर नजर रखेंगे। वह इससे अभिभावकों को भी अवगत कराएंगे।
- स्कूल के प्रति बच्चों के नजरिए को बदलने के लिहाज से यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है। सप्ताह में एक दिन बच्चे बगैर बैग के स्कूल जाएंगे तो वह खुद को रिलैक्स महसूस करेंगे। उनमें सकारात्मकता के भाव का सृजन होगा और उनकी क्रियाशीलता बढ़ेगी। यह बच्चों के सर्वांगीण विकास का आधार साबित होगा।