गोरखपुर
महिला अधिवक्ता को ससुराल से बेदखल करने का आरोप, बार एसोसिएशन आक्रोशित
गोरखपुर। एक महिला अधिवक्ता को ससुराल पक्ष द्वारा कथित रूप से घर से बाहर निकालने का मामला सामने आने के बाद कानूनी जगत में भारी प्रतिक्रिया देखने को मिली। पीड़िता ने आरोप लगाया है कि लंबे समय से पारिवारिक विवाद चल रहा था, जिसका परिणाम यह हुआ कि ससुरालियों ने उसे घर में रहने से मना कर दिया और मानसिक उत्पीड़न भी किया।
पीड़ित अधिवक्ता ने इस घटना की जानकारी बार के पदाधिकारियों को दी, जिसके बाद अधिवक्ताओं ने सामूहिक रूप से मामले को गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई की मांग शुरू कर दी। कई अधिवक्ता संगठित होकर एसडीएम कार्यालय पहुंचे और महिला अधिवक्ता के साथ हुए कथित दुर्व्यवहार को न केवल अमानवीय बताया, बल्कि इसे वकीलों की गरिमा के खिलाफ बताया।
अधिवक्ताओं ने एसडीएम को प्रार्थनापत्र देकर मांग की कि मामले की तत्काल और निष्पक्ष जांच कराई जाए तथा दोषी पाए जाने पर संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए। बार प्रतिनिधियों का कहना है कि एक अधिवक्ता को भय-रहित वातावरण में जीवन और सम्मान का अधिकार है, और किसी भी प्रकार की घरेलू हिंसा या उत्पीड़न को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
एसडीएम ने मामले को गंभीरता से लेते हुए आश्वासन दिया कि पीड़िता की सुरक्षा और न्याय सुनिश्चित करने दिशा में आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। फिलहाल पीड़िता सुरक्षित स्थान पर है और मामले की प्रशासनिक स्तर पर समीक्षा जारी है।
इस घटना के बाद बार एसोसिएशन में नाराजगी बनी हुई है और अधिवक्ताओं ने साफ कहा है कि यदि कार्रवाई में ढिलाई बरती गई, तो वे उग्र आंदोलन करने को विवश होंगे। मामला अब प्रशासन, महिला सुरक्षा तंत्र और कानूनी समुदाय तीनों की निगाह में है।
