गोरखपुर
ठगी का शिकार बने व्यक्ति को साइबर सेल की तत्परता से वापस मिली रकम
गोरखपुर। साइबर ठगी के बढ़ते मामलों के बीच गोरखपुर पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। थाना बड़हलगंज क्षेत्र में एपीके फाइल इंस्टॉल कराकर ऑनलाइन ठगी का शिकार बने एक व्यक्ति को साइबर सेल की मदद से 3,11,100 रुपये वापस दिलाए गए हैं। यह कार्रवाई वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गोरखपुर डॉ. राजकरन नैय्यर के निर्देश पर साइबर अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत की गई।
पुलिस अधीक्षक अपराध के पर्यवेक्षण, पुलिस अधीक्षक दक्षिणी के मार्गदर्शन, क्षेत्राधिकारी गोला के पर्वेक्षण तथा थानाध्यक्ष बड़हलगंज चन्द्रभान सिंह के नेतृत्व में गठित टीम ने यह सराहनीय कार्य किया। टीम ने राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल पर त्वरित कार्रवाई करते हुए पीड़ित के खाते से निकाली गई राशि को तुरंत होल्ड कराया और न्यायालय के आदेश पर 3,11,100 की रकम वादी के खाते में सफलतापूर्वक वापस कराई।
जानकारी के अनुसार, साइबर अपराधियों ने पीड़ित के व्हाट्सएप पर “RTO Echallan.apk” नामक फाइल भेजी और उसे इंस्टॉल करने के लिए कहा। जैसे ही पीड़ित ने फाइल डाउनलोड की, उसका मोबाइल फोन हैंग हो गया और कुछ ही मिनटों में उसके बैंक खाते से कुल 6,61,100 रुपये गायब हो गए। घबराए हुए पीड़ित ने तत्काल थाना बड़हलगंज में शिकायत दर्ज कराई।
थाने की साइबर टीम ने बिना देर किए साइबर पुलिस पोर्टल पर मामला दर्ज किया और धोखाधड़ी से निकाली गई रकम को होल्ड करा दिया। बाद में न्यायालय के आदेश के अनुसार 3,11,100 रुपये पीड़ित के खाते में वापस कराए गए। पुलिस शेष धनराशि की वसूली के लिए भी आवश्यक कार्रवाई कर रही है।
बरामदगी टीम में शामिल अधिकारियों में थानाध्यक्ष चन्द्रभान सिंह, उप निरीक्षक सुनील सिंह, राजेश ठाकुर, कंप्यूटर ऑपरेटर ग्रेड-बी विनय चौहान और आरक्षी दीपक पाण्डेय शामिल रहें।
इस उल्लेखनीय सफलता से पुलिस की सक्रियता और साइबर अपराध से निपटने की तत्परता का परिचय मिलता है। पुलिस प्रशासन ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी अज्ञात व्यक्ति द्वारा भेजे गए लिंक या फाइल को इंस्टॉल न करें, अपने बैंकिंग पासवर्ड या ओटीपी किसी के साथ साझा न करें, और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत 1930 हेल्पलाइन या नजदीकी थाना पुलिस को दें।
इस घटना ने एक बार फिर साबित किया है कि सजगता और पुलिस की त्वरित कार्रवाई से साइबर अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण संभव है।
