गोरखपुर
गोरखपुर विश्वविद्यालय में फ्यूजन म्यूजिक और भजन संध्या ने बांधा समां
गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय का वातावरण रविवार की शाम सुरों और श्रद्धा से सराबोर हो गया, जब विश्वविद्यालय के तरंग सांस्कृतिक प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित फ्यूजन म्यूजिक एवं भजन संध्या ने पूरे परिसर को सुरमयी बना दिया। इस कार्यक्रम ने भारतीय संगीत की परंपरा, लोकधुनों और आधुनिक संगीत की लय का ऐसा संगम प्रस्तुत किया कि श्रोतागण मंत्रमुग्ध हो उठे।
कार्यक्रम की शुरुआत गणेश वंदना से हुई, जिसे गायक ईश्वर आनंद पांडेय ने अपनी मधुर आवाज में प्रस्तुत किया। इसके बाद राजन भारती के भजनों ने भक्ति का वातावरण और भी गहराया। मंच पर जब विश्वविद्यालय की प्राध्यापिका उषा सिंह के निर्देशन में फ्यूजन बैंड ने तबला, ढोलक, गिटार, कीबोर्ड और बांसुरी की संयुक्त प्रस्तुति दी, तो श्रोताओं ने तालियों की गड़गड़ाहट से उनका स्वागत किया।
इस संगीतमय शाम में विद्यार्थियों ने शास्त्रीय, लोक और आधुनिक संगीत का अद्भुत मेल प्रस्तुत कर यह संदेश दिया कि भारतीय संस्कृति में परंपरा और नवीनता दोनों का सुंदर समन्वय संभव है। कार्यक्रम में कुलपति प्रो. पूनम टंडन सहित अनेक शिक्षकों और छात्रों ने भाग लिया। सभी ने इस आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम न केवल विद्यार्थियों की प्रतिभा को निखारते हैं, बल्कि उनमें आत्मविश्वास और सांस्कृतिक चेतना भी जगाते हैं।
गोरखपुर विश्वविद्यालय का यह आयोजन संगीत, संस्कृति और सृजनशीलता का अद्भुत संगम बनकर शहरवासियों की स्मृतियों में लंबे समय तक गूंजता रहेगा।
